महाराष्ट्र की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम बन गए हैं। शिंदे ने शिवसेना के बागी गुट के साथ उद्धव ठाकरे सरकार को गिराने में अहम रोल निभाया और बागी विधायकों के साथ सूरत होते हुए गुवाहाटी पहुंच गए थे। जिसने उद्धव ठाकरे सरकार को अल्पमत में ला दिया। जिसके बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। अब शिंदे बीजेपी के समर्थन से सीएम बन गए हैं।
बता दें कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले एकनाथ शिंदे 1980 के दशक में शिवसेना में शामिल हुए थे। गौरतलब है कि कुछ समय पहले भाजपा ने विधान परिषद चुनाव में सत्तारूढ़ शिवसेना राकांपा-कांग्रेस गठबंधन को जोरदार झटका देते हुए 5वीं सीट पर जीत दर्ज कर ली थी। जिसके बाद से महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में भूचाल आ गया। इस भूचाल को लाने वाले कोई और नहीं बल्कि एकनाथ शिंदे ही थे।
Eknath Shinde बने नगर-विकास मंत्री से सीधे मुख्यमंत्री
एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को हुआ था और उद्धव सरकार में वे नगर-विकास मंत्री थे। एकनाथ शिंदे शुरू से ही शिवसेना से जुड़े रहे हैं। एकनाथ शिंदे वर्तमान में ठाणे की पछपाखडी विधानसभा सीट से विधायक हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा में लगातार चार बार चुनाव जीत चुके हैं। सबसे पहले 2004, फिर 2009, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए। एकनाथ शिंदे को सीएम उद्धव ठाकरे का करीबी माना जाता था। 2019 में भी शिवसेना की तरफ से शिंदे मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे थे।
2014 में चुने गए विधायक दल के नेता
साल 2005 में शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख के प्रतिष्ठित पद पर एकनाथ शिंदे को नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्होंने साल 2009, 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। साल 2014 के चुनावों के बाद एकनाथ शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता और बाद में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया। इसके बाद राज्य सरकार में एकनाथ शिंदे को लोक निर्माण विभाग (सार्वजनिक उपक्रम) की जिम्मेदारी मिली थी। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी।
2004 में पहली बार पहुंचे थे विधानसभा
साल 1997 में एकनाथ शिंदे को शिवसेना ने ठाणे नगर निगम चुनाव में पार्षद का टिकट दिया और उन्होंने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। 2001 में वे ठाणे नगर निगम में सदन के नेता के रूप में चुने गए और 2004 तक इस पद पर बने रहे। साल 2004 में एकनाथ शिंदे को बालासाहेब ठाकरे ने ठाणे विधानसभा चनाव लड़ने का मौका दिया और उन्होंने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी।
Eknath Shinde 1980 में शिवसेना में हुए थे शामिल
1970-80 के दशक में एकनाथ शिंदे शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे के प्रभाव से अछूते नहीं थे। 1980 के दशक में शिवसेना में शामिल हुए एकनाथ को किसान नगर का शाखा प्रमुख नियुक्त किया गया और तभी से वे पार्टी द्वारा सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को लेकर कई आंदोलनों में सबसे आगे रहे। लोकसभा चुनाव हो या निकाय चुनाव एकनाथ शिंदे ‘उम्मीदवार’ पद पर हमेशा से ही जीतते आए ।
सतारा जिले के पहाड़ी जवाली तालुका से आने वाले एकनाथ शिंदे ने ठाणे शहर में आने के बाद 11वीं कक्षा तक मंगला हाई स्कूल और जूनियर कालेज, ठाणे से पढ़ाई की थी।
बता दें कि, शिवसेना के ही टिकट पर एकनाथ के बेटे श्रीकांत शिंदे भी कल्याण सीट से सांसद हैं। अक्टूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा में वे विपक्ष के नेता रहे। 2014 में ही महाराष्ट्र राज्य सरकार में PWD के कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त हुए। 2019 में कैबिनेट मंत्री सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री (महाराष्ट्र सरकार) का पद मिला था।
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