Train Accidents In India:ओडिशा के बालासोर में 2 जून शुक्रवार शाम करीब 7 बजे भीषण रेल हादसा हो गया। इस हादसे में एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन ट्रेन आपस में टकरा गईं। इनमें से दो यात्री एक्सप्रेस ट्रेन और एक मालगाड़ी थी। यह हादसा इतना भीषण था कि ट्रेन की कई बोगियों के परखच्चे उड़ गए। चारोओर चीख पुकार मच गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अभी तक इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 261 के पार पहुंच गई हैं। वहीं, 900 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। आशंका है कि ये आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं। इस ट्रेन हादसे ने देश में पिछले कुछ सालों में हुए अब तक के रेल हादसों की याद ताजा कर दी है। आइए जानते हैं भारत के वे रेल हादसे जिनकी दास्तां आपके रोंगटे खड़े कर देंगे।
Train Accidents In India:बिहार की नदी में जब समा गई थी ट्रेन
भारत में कई बड़े रेल हादसे हुए हैं जिनकी कहानी दिल को दहला देती हैं। उन हादसों में से एक है वर्ष 1981 में बिहार में हुआ रेल हादसा। तारीख थी 6 जून 1981। जब मानसी से सहरसा को जाने वाली पैसेंजर ट्रेन बागमती नदी के ऊपर बने पुल से गुजर रही थी। इस दौरान भारी आंधी तूफान आया। बारिश के कारण बागमती नदी भी ऊफान पर थी। बताया गया कि पुल पर पहुंचते ही ट्रेन के ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया।
इस दौरान देखते ही देखते ट्रेन के कई डिब्बे बागमती नदी में समा गए। इस घटना ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर दिया था। इस हादसे को लेकर यह भी कहा जाता है कि तूफान की गति इतनी तेज थी कि ट्रेन उस दौरान संभल नहीं पाई और ऊफान में बह रही बागमती नदी में गिर गई। इस हादसे में करीब 800 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 1000 से अधिक लोग जख्मी हुए थे।
ब्रह्मपुत्र ट्रेन हादसे में हुई थी 285 लोगों की मौत
देश में बड़े ट्रेन हादसों में शामिल है ब्रह्मपुत्र मेल हादसा। तारीख थी 3 अगस्त 1999, जब ब्रह्मपुत्र मेल, अवध-असम एक्सप्रेस से पश्चिम बंगाल के गैसल में टकराई थी। बंगाल में हुए तब के इस हादसे में लगभग 285 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 312 लोग जख्मी हुए थे।
20 अगस्त 1995 का पुरुषोत्तम एक्सप्रेस हादसा
भारत में सबसे बड़े ट्रेन हादसों में शुमार है पुरुषोत्तम एक्सप्रेस हादसा। 20 अगस्त 1995 को नई दिल्ली से जा रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की कालिंदी एक्सप्रेस से टक्कर हो गई थी। यह भीषण टक्कर उत्तर प्रदेश में हुई थी। तब इस हादसे में 250 यात्रियों की मौत हुई थी। वहीं, 250 से अधिक लोग जख्मी हुए थे।
राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन हादसा
राजधानी एक्सप्रेस को देश की सबसे अच्छी ट्रेनों में से एक माना जाता है। इसकी गति भी काफी तेज होती है। लेकिन यह ट्रेन भी हादसे की शिकार हुई है। 9 सितंबर 2002 को राजधानी एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के हावड़ा से नई दिल्ली जा रही थी। तभी यह हादसे की चपेट में आ गई थी। इस दुर्घटना में कुल 120 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग जख्मी हुए थे।
भारत के बड़े ट्रेन हादसे
19 अगस्त 2017- यूपी के मुजफ्फरनगर में खतौली के पास कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यह ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हुई थी।
22 जनवरी 2017- आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हीराखंड एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से लगभग 39 लोग की जान गई थी वहीं कई लोग जख्मी हुए थे।
20 नवंबर 2016- कानपुर के पास पुखरायां में एक बड़ा रेल हादसा हुआ जिसमें कम से कम 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 कोच पटरी से उतर गए थे।
20 मार्च 2015- देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 34 लोग की मौत हुई थी।
4 मई 2014- दिवा सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन नागोठाने और रोहा स्टेशन के बीच पटरी से उतर गई थी। इसमें 20 लोगों की जान गई थी और 100 अन्य घायल हुए थे।
28 दिसंबर 2013- बेंगलूरु-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन में आग लग गई थी और इसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। उसी साल 19 अगस्त को राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से बिहार के खगड़िया में 28 लोगों की जान चली गई थी।
30 जुलाई 2012- 30 जुलाई 2012 को दिल्ली से चेन्नई जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक कोच में नेल्लोर के पास आग लग गई थी जिसमें 30 से ज़्यादा लोग मारे गए थे।
07 जुलाई 2011- उत्तर प्रदेश में ट्रेन और बस की टक्कर में 38 लोगों की मौत हो गई थी।
20 सितंबर 2010- मध्य प्रदेश के शिवपुरी में ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकराई थी। इस टक्कर में 33 लोगों की जान चली गई थी और 160 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
19 जुलाई 2010- पश्चिम बंगाल में उत्तर बंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस की टक्कर हुई थी। इस हादसे में 62 लोगों की मौत हुई थी और 150 से अधिक लोग जख्मी हुए थे।
28 मई 2010- पश्चिम बंगाल में संदिग्ध नक्सली हमले में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पटरी से उतरी। इस हादसे में 170 लोगों की मौत हो गई थी।
21 अक्टूबर 2009- उत्तर प्रदेश में मथुरा के पास गोवा एक्सप्रेस का इंजन मेवाड़ एक्सप्रेस से टकरा गया था। इस घटना में 22 मारे गए जबकि 23 अन्य घायल हुए।
अगस्त 2008- सिकंदराबाद से काकिनाडा जा रही गौतमी एक्सप्रेस में देर रात आग लगी थी। इसके कारण 32 लोग मारे गए और कई घायल हुए थे।
21 अप्रैल 2005- गुजरात में वडोदरा के पास साबरमती एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 78 अन्य घायल हो गए।
2 जुलाई 2003- आंध्र प्रदेश में हैदराबाद से 120 किलोमीटर दूर वारंगल में गोलकुंडा एक्सप्रेस के दो डिब्बे और इंजन एक ओवरब्रिज से नीचे सड़क पर जा गिरे। इस दुर्घटना में 21 लोगों की मौत हुई थी।
15 मई 2003- पंजाब में लुधियाना के नजदीक फ्रंटियर मेल में आग लगी। कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई थी।
9 सितंबर 2002- हावड़ा से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई। इसमें 120 लोगों की मौत हो गई थी।
22 जून 2001- मंगलोर-चेन्नई मेल केरल की कडलुंडी नदी में जा गिरी। 59 लोगों की मौत हो गई थी।
2 दिसंबर 2000- कोलकाता से अमृतसर जा रही हावड़ा मेल दिल्ली जा रही एक मालगाड़ी से टकराई थी। 44 की मौत और 140 घायल हुए थे।
26 नवंबर 1998- फ्रंटियर मेल सियालदाह एक्सप्रेस से खन्ना, पंजाब में टकराई थी। 108 लोगों की मौत हुई थी और 120 घायल हुए थे।
14 सितंबर 1997- अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में एक नदी में जा गिरी। 81 की मौत, 100 घायल हुए थे।
18 अप्रैल 1996- एर्नाकुलम एक्सप्रेस दक्षिण केरल में एक बस से टकराई थी। 35 की मौत, 50 घायल हुए।
20 अगस्त 1995- नई दिल्ली जा रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस कालिंदी एक्सप्रेस से फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश में जा टकराई। 250 की मौत, 250 घायल हुए थे।
21 दिसंबर 1993- कोटा-बीना एक्सप्रेस मालगाड़ी से राजस्थान में टकराई थी। 71 लोगों की मौत हुई और कई लोग जख्मी हुए।
16 अप्रैल 1990- पटना के पास रेल में आग लगी थी, जिसमें 70 लोगों की मौत हो गई थी।
यह भी पढ़ेंः
क्या है ‘कवच’, जिसके रहते टल सकता था बालासोर ट्रेन हादसा? घटना अपने पीछे छोड़ गई ये सवाल…