Saraswati Puja: आज देशभर में बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में पीला रंग बहुत शुभ माना जाता है, इसलिए बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहने जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां सरस्वती की उत्पत्ति के दौरान ब्रह्मांड में तीन रंगों, लाल, पीले और नीले प्रकाश की आभा देखी गई थी। जिसमें सबसे पहले पीले रंग का प्रकाश देखा गया था। इसलिए पीला रंग मां सरस्वती का प्रिय रंग माना गया है। इस दिन पीले, बसंती या सफेद वस्त्र धारण करने चाहिए।

Saraswati Puja: मां सरस्वती को कैसे करें प्रसन्न
बसंत पंचमी पर सरस्वती देवी की विधि विधान से पूजा करें। मां सरस्वती के आशीर्वाद से आपको बुद्धि, ज्ञान, संगीत और कला में निपुणता प्राप्त होगी। सरस्वती पूजा में सरस्वती वंदना जरूर करनी चाहिए। बसंत पंचमी के दिन प्रात:काल स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद पूजा स्थल पर मां सरस्वती की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें। फिर गणेश जी और नवग्रह की पूजा करें। इसके बाद मां सरस्वती की पूजा करेंगे। मां सरस्वती की पूजा का शुभ मुहूर्त रविवार, 6 फरवरी को सुबह 03 बजकर 46 मिनट तक रहेने वाला है।

- मां सरस्वती को श्वेत, चंदन और पीले तथा सफ़ेद पुष्प दाएं हाथ से अर्पण करें।
- केसर मिश्रित खीर अर्पित करना सर्वोत्तम होगा।
- इस दिन पीले, बसंती या सफेद वस्त्र धारण करें। पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके पूजा की शुरुआत करें।
- मां सरस्वती को पीला वस्त्र बिछाकर उस पर स्थापित करें और रोली- मौली, केसर, हल्दी, चावल, पीले फूल, पीली मिठाई, मिश्री, दही, हलवा आदि प्रसाद के रूप में उनके पास रखें।
- मां सरस्वती के मूल मंत्र ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप हल्दी की माला से करना सर्वोत्तम होगा।
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