कृषि कानून (Farm Law) को लेकर एक साल की लड़ाई के बाद सरकार ने ऐलान कर दिया है कि वे तीनों कानूनों को वापस ले रहे हैं। सरकार के इस शब्द पर किसान इसलिए भरोसा कर रहे हैं क्योंकि यह ऐलान गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के मौके पर खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि शायद मेरी तपस्या में कोई कमी रह गई थी। हम इस कानून को जनता को समझा नहीं पाए। पीएम मोदी ने कहा, मैं देश की जनता से माफी मांगतू हूं। सरकार ने तीनों कृषि कानून को वापस लेना का फैसला किया है।
Priyanka Gandhi ने उठाया है नियत पर सवाल
पीएम मोदी ने तीनों कानूनों को वापस लेने की बात कह दी है। पर विपक्षी पार्टियों को प्रधानमंत्री की नियत पर भरोसा नहीं हो रहा है। भरोसा इसलिए भी नहीं हो रहा है क्योंकि सरकार कई बार कह चुकी है कि वे कानून को वापस नहीं लेंगे। पीएम की नियत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सवाल खड़ा कर चुकी हैं।
Samajwadi Party का नाया नारा
कानून वापसी की घोषणा सुनते ही समाजवादी पार्टी ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नया नारा तैयार कर दिया है, जो कि कुछ इस प्रकार है, साफ नहीं है इनका दिल, चुनाव के बाद फिर लाएंगे बिल।
समाजवादी पार्टी ने प्रेस वार्ता कर तीनों कृषि कानून वापसी पर सरकार के फैसले का स्वागत किया है। वहीं सरकार की मनसा पर सवाल उठाते हुए नया नारा भी तैयार कर दिया है।
पीएम मोदी ने उसी कानून को वापस लेने की घोषणा की है जिसे लेकर किसान पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वही कानू है जिसे लेकर किसानों और सरकार के बीच 12 दौर की सुलह के लिए वार्ता हुई, पर कोई हल नहीं निकला। यह वही कानून है जिसे लेकर सरकार बार बार कहती थी कि हम कृषि कानूनों को किसी भी सूरत में वापस नहीं लेंगे।
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