कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने कृषि कानूनों की वापसी पर रिएक्शन दिया है। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने ट्वीट किया, ‘किसान की जीत-हिंदुस्तान की जीत है,देर आये दुरुस्त आये। धन्यवाद, प्रधानमंत्री जी। देश जीता “ग़ुरूर”हारा, जय जवान-जय किसान। आंदोलन जीवी जीत गये। कल तलक किसान “नक़ली”थे, आज अचानक “असली” हो गये,वाक़ई देश बदल रहा है। ख़ुद को “ख़ुदा” समझने वालों को आज ये पता चला कि इंसान “भगवान” नहीं होता।’
तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा
तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने पर प्रधानमंत्री Narendra Modi ने कहा, ”लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। कृषि अर्थशास्त्रियों ने, वैज्ञानिकों ने, प्रगतिशील किसानों ने भी उन्हें कृषि कानूनों के महत्व को समझाने का भरपूर प्रयास किया। आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को Repeal करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे।”
सरकार और किसानों के बीच कानूनों को लेकर था गतिरोध
पीएम मोदी ने उन्हीं कानून को वापस लेने की घोषणा की है जिसे लेकर किसान पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों और सरकार के बीच 12 दौर की वार्ता हुई, पर कोई हल नहीं निकला।
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