योगी सरकार ने किसान कर्जमाफी योजना का लाभ देने के बड़े दावे किये…कहने को आगरा के खेरागढ़ विधानसभा के करीब 38 किसानों को भी इसका लाभ मिला…इन्हें ऋण माफी के प्रमाण पत्र भी दिए गए…लेकिन कर्जमाफी की बात तो दूर पीड़ित किसानों को बैंको ने फिर से नोटिस जारी कर दिए हैं…जिसके बाद से चिलचिलाती धूप में फसल उगाने वाले किसान लगातार विकास भवन में एसी कमरों से बैठे अधिकारियो के चक्कर लगाने को मजबूर है…किसान नेत्रपाल और रविंद्र ने बताया कि, उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है…ऐसे में अपने कृषि प्रधान देश में ही किसान दोहरी मार खाने को मजबूर हैं…
एक तरफ किसान अपने हक को लेकर मई की धूप में जलने को मजबूर हैं…वहीं दूसरी ओर शानदार दफ्तर में एसी में बैठे प्रभारी डीएम रविन्द्र कुमार और सीडीओ साहब को इसकी खबर ही नहीं है…पूछने पर कहा कि, जिला कृषि अधिकारी को बताकर कराकर किसानो की समस्या को दूर किया जाएगा…
सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार किसान ऋण माफी योजना को सरकार की बड़ी उपलब्धि बताते नहीं थकते हैं…वहीं बैंक के बाबू बेलगाम हैं…जबकि, उनके अधिकारी अन्नदाताओं की पीड़ा को दूर करने की बजाय चुप हैं…जाहिर है कि, प्रचार के लिए आगरा के खेरागढ़ विधानसभा के करीब 38 किसानों को ऋण माफी के प्रमाण पत्र दिए गए…लेकिन जमीन पर इसका वही हाल है जैसे आंधी में बर्बाद फसलों का होता है…
अपने देश में किसान दोहरी मार खाने को मजबूर हैं…कभी फसल की बर्बादी तो कभी सूदखोरों और बैंकों का उत्पीड़न…योगी सरकार ने सूबे के किसानों की कर्जमाफी के वादे पूरे करने के बड़े-बड़े दावे किया लेकिन आगरा के खेरागढ़ के करीब 38 किसानों को ऋण माफ़ी के प्रमाण पत्र मिलने के बावजूद बैंको ने फिर से वसूली के नोटिस जारी कर दिए है जिसके बाद से किसान लगातार अधिकारियो के चक्कर लगाने को मजबूर हैं…