Randeep Surjewala: रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि BJP ने भगवान राम के नाम पर लूट मचा रखी है। करोड़ों की जमीन की हेराफेरी हो रही है। Ayodhya Ram Mandir की घोषणा के बाद से ही बीजेपी के कई छोटे-बड़े नेताओं ने जमीन खरीदी है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के कई नेता और उत्तर प्रदेश शासन के कुछ आला अधिकारियों ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के आस-पास की जमीनों को औने-पौने दाम पर खरीदा है। जमीन की ‘लूट’ साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर पर फैसला आने के बाद की गई है।
Randeep Surjewala बोले, ‘चंदे की लूट’ और ‘जमीन की लूट’ पर जवाब दें प्रधानमंत्री-
Congress प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने यह भी कहा कि PM Narendra Modi को ‘चंदे की लूट’ और ‘जमीन की लूट’ पर जवाब देना चाहिए और पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करानी चाहिए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि बीजेपी के लोगों ने रामद्रोह का काम किया है, इसके लिए वे पाप के भागीदार हैं। उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ आस्था का दीया जलाया गया और दूसरी तरफ बीजेपी के लोगों ने जमीन की लूट मचाई है।
उन्होंने दावा किया कि “अब नया खुलासा हुआ है कि निर्माणधीन राम मंदिर के निकट की जमीनें बीजेपी के विधायकों, महापौर, ओबीसी आयोग के सदस्य और प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा औने-पैमाने दाम पर खरीद ली गई हैं।” यहां तक कि दलितों की जमीनों को भी हड़प लिया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि “भगवान श्रीराम आस्था, विश्वास, मर्यादा और सनातन के प्रतीक हैं। लेकिन बीजेपी के लोग उनके नाम पर भी लूट का धंधा चला रहे हैं। प्रधानमंत्री जी बताएं कि आप अपना मुंह कब खोलेंगे ? प्रधानमंत्री को यह भी बताना चाहिए कि “चंदे की लूट और जमीन की लूट” की जांच कब कराएंगे ? हालांकि, कांग्रेस के इस दावे पर फिलहाल बीजेपी या उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
डिविजनल कमिश्नर एम पी अग्रवाल के ससुर ने खरीदी जमीन
अयोध्या डिविजनल कमिश्नर एम पी अग्रवाल के ससुर केशव प्रसाद अग्रवाल ने 10 दिसंबर, 2020 को बरहटा मांझा में MRVT से 31 लाख रुपये में 2,530 वर्ग मीटर जमीन खरीदी थी। वहीं उनके बहनोई आनंद वर्धन ने भी उसी दिन उसी MRVT से 15.50 लाख रुपये में 1,260 वर्ग मीटर जमीन खरीदी।
गौरतलब है कि कमिश्नर की पत्नी अपने पिता की फर्म हेलमंड कॉन्ट्रैक्टर्स एंड बिल्डर्स एलएलपी में पार्टनर हैं। इस मामले में डिविजनल कमिश्नर एम पी अग्रवाल के ससुर ने कहा था कि हां, मैंने यह जमीन खरीदी है क्योंकि मेरी सेवानिवृत्ति के बाद अयोध्या में रहने की योजना है। इसमें एम पी अग्रवाल की कोई भूमिका नहीं है। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर बन जाने के बाद से अयोध्या का स्वरूप बदल जाएगा। ऐसे में यहां अभी से ही लोगों में जमीन खरीदने की होड़ लगी है।
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