आम आदमी पार्टी का नाम इन दिनों अगर अंदरूनी घमासान पार्टी रख दिया जाए तो कुछ गलत नहीं होगा। इसका कारण यह है कि शुरू से बीजेपी और कांग्रेस पार्टी से घमासान युद्ध करने वाली आम आदमी पार्टी आजकल अपनी अंदरूनी घमासान युद्ध से परेशान है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल के ऊपर बड़ी चुनौती है कि वो दिल्ली की सरकार चलाए, बीजेपी के आरोपों का सामना करे या अपनी पार्टी को संभाले।

दरअसल, कुमार विश्वास आज फिर से सुर्खियों में छा गए हैं। आप के दो बड़े नेता कुमार विश्वास और दिलीप पांडेय के बीच सोशल मीडिया के जरिए शुरू हुई नोंकझोक अब खुलकर सामने आ गई है। इसका कारण कुमार विश्वास के खिलाफ दिल्ली में जारी हुआ एक पोस्टर है। इस पोस्टर की वजह से इन दोनों नेताओं और पार्टी में कलह और बढ़ने की पूरी संभावना है।

इस पोस्टर में एक बार कुमार को भाजपा का यार बताया गया है। इतना ही नहीं उन्हें गद्दार और धोखेबाज तक कहा गया है। इस पोस्टर में लिखा है कि ‘भाजपा का यार है, कवि नहीं गद्दार है, ऐसे धोखेबाजों को बाहर करो.. बाहर करो’. इसके साथ ही पोस्टर में कुमार विश्वास का काला सच बताने के लिए पार्टी नेता दिलीप पांडेयय का आभार भी जताया गया है। हालांकि, अभी तक दिलीप पांडेयय या आप की ओर से इस पोस्टर पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले दिलीप पांडेय ने कुमार विश्वास पर सक जताते हुए ट्वीट किया कि आप कांग्रेस को तो खूब गाली देते हो लेकिन कहते हो कि राजस्थान में वसुंधरा के खिलाफ नहीं बोलेंगे ? ऐसा क्यों ?’ दिलीप पांडेय के इस ट्वीट के बाद पार्टी में हंगामा मच गया था।

इन सब घटनाओं से इतना तो साफ है कि पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। हालांकि आम आदमी पार्टी में शुरुआत से ही अंदरूनी कलह का सिलसिला जारी है। पहले पार्टी के बड़े नेताओं में से एक योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने पार्टी छोड़कर अपनी एक नई पार्टी बनाई। इसके बाद से पार्टी में कलह आजतक चल रही है। पिछले महीने से पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने बगावत करके अरंविद केजरीवाल की नींद उड़ा दी है तो अब दिलीप पांडेय और कुमार विश्वास के बीच की अनबन अरविंद केजरीवाल को चैन से सोने नहीं दे रही। अब आने वाले समय में देखना दिलचप्स होगा कि केजरीवाल इन सभी समस्याओं से बाहर कैसे निकलते हैं।

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