Bulli Bai App Case: Bulli Bai और Sulli Deals ऐप के पीछे के कथित मास्टरमाइंड्स को सोमवार को Delhi की एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी है। डिप्टी कमिश्नर K.P.S. Malhotra ने आईएएनएस को बताया कि सुल्ली डील और बुल्ली बाई ऐप बनाने वाले दोनों आरोपियों Aumkareshwar Thakur और Niraj Bishnoi को जमानत इसलिए मिली है क्योंकि अभी तक फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) का रिजल्ट नहीं आया है।
डिप्टी कमिश्नर मल्होत्रा ने जमानत को लेकर कहा, ”निचली अदालत ने आरोपियों के खिलाफ पेश हुए सबूतों पर भरोसा किया था और जांच में कोई कमी नहीं बताई गई थी। अदालत ने उन्हें मानवीय आधार पर जमानत दी है क्योंकि आरोपियों ने पहली बार अपराध किया था और लंबे समय तक जेल में रहना आरोपियों के लिए हानिकारक होगा।”
Bulli Bai App के निर्माता को पुलिस ने असम दबोचा था
Bulli Bai ऐप के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल IFSO ने मुख्य आरोपी Neeraj Bishnoi को जनवरी के महीने में असम के जोरहाट जिले से गिरफ्तार किया था। आईएफएसओ के अनुसार Neeraj Bishnoi ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वो 15 साल की उम्र से वेबसाइट्स को हैक कर रहा है और उसने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के स्कूलों और विश्वविद्यालयों की कई वेबसाइटों को हैक किया है। बता दें कि जनवरी के महीने में ही दिल्ली की एक अदालत ने नीरज बिश्नोई की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
Indore से हुई थी ओंकारेश्वर ठाकुर की गिरफ्तारी
Bulli Bai App मामले की जांच के दौरान ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल IFSO ने Sulli Deals App के निर्माता और मास्टरमाइंड को Madhya Pradesh के Indore से दबोचा था। IFSO ने बताया था कि इंदौर से गिरफ्तार Sulli Deals App का Creator और Mastermind ओंकारेश्वर ठाकुर मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने के लिए ट्विटर पर बनाए गए Trad-Group का सदस्य भी था। गौरतलब है कि Bulli Bai और Sulli Deal ऐप में कई नामचिन मुस्लिम महिलाओं को सोशल मीडिया पर लोगों के लिए ‘सौदे’ के रूप में पेश किया गया था।
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