Madhya Pradesh: सीएम Shivraj Singh Chouhan ने मिंटो हॉल का नाम Kushabhau Thackeray रखने का ऐलान किया, राजनीतिक हलकों में हो रहा है विरोध

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Madhya Pradesh में इस समय शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने ‘नाम बदलो अभियान’ चलाया है। बीते 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कायाकल्प किये गये हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया।

उसके बाद शिवराज सिंह ने रेलवे को पत्र लिखकर इंदौर के पातलपानी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर टंट्या मामा रेलवे स्टेशन रखने को कहा औऱ अब शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह ने घोषणा की कि अब मिंटो हॉल का नाम स्व. कुशाभाऊ ठाकरे हॉल किया जाता है।

मिंटो हॉल में कभी मध्य प्रदेश की विधानसभा हुआ करती थी

मिंटो हॉल की नींव 12 नवंबर 1909 को तब रखी गई थी जब भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड मिंटो भोपाल आये थे। गुजरे जमाने की इस ऐतिहासिक इतिहास में कभी मध्य प्रदेश की विधानसभा हुआ करती थी। अब शिवराज सरकार के द्वारा इसका नाम बदले जाने पर सियासत भी तेज हो गई है।

शहर के कई बुद्धजीवी और नेता इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। जब बात नाम बदलने की आयी तो कुशाभाऊ ठाकरे के नाम को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई और इसमें कई अन्य नामों मसलन डॉ. हरिसिंह गौर और डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा के साथ-साथ अन्य नामों को लेकर विरोध जताया जा रहा है।

कांग्रेस इस ऐतिहासिक इमारत का नाम बदले जाने का कर रही है विरोध

इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करके अपना विरोध जताया और लिखा कि डॉ.हरीसिंह गौर से लेकर स्वामी विवेकानंद, टंटया भील के नाम पर मिंटो हाल का नाम रखने की कई भाजपा नेताओ ने की थी मांग। अपनी पार्टी के नेताओ की भी नही सुनी शिवराज जी ने.. मिंटो हाल का नाम स्व.कुशाभाऊ ठाकरे के नाम पर किया। उनका क्या योगदान , सिर्फ़ भाजपा के लिये ही उनका योगदान..

सीएम शिवराज सिंह ने एमपी में बीजेपी को खड़ा करने का श्रेय कुशाभाऊ ठाकरे को दिया

दरअसल भाजपा कार्यसमिति की बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि हम यहां बैठे हैं और इसका नाम है मिंटो हॉल। अब आप बताओ, ये धरती अपनी, ये मिट्टी अपनी, ये पत्थर अपने, ये गिट्टी अपनी, ये चूना अपना, ये गारा अपना, ये भवन अपना, बनाने वाले मजदूर अपने, ये पसीना अपना और नाम मिंटो का।

सीएम शिवराज ने आगे कहा कि इस विधानसभा भवन में कई लोग बैठे थे। उन्हें यहां तक और लोकसभा तक पहुंचाने वाले कुशाभाऊ ठाकरे हैं। जिन्होंने ये नेता गढ़े, जिन्होंने ये कार्यकर्ता बनाए। जिन्होंने पूरे मध्यप्रदेश में वट वृक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी को खड़ा किया, इसलिए मिंटो हॉल का नाम कुशाभाऊ ठाकरे जी के नाम पर रखा जाएगा।

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