Jharkhand के धनबाद में हुई Judge Uttam Anand की मौत की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही। उत्तम आनंद की मौत एक ऑटो से टक्कर लगने के बाद हुई थी। पुलिस लगातार आरोपी से पुछताछ कर रही है लेकिन अब तक कोई मुख्य कारण सामने नहीं आया है।
दोनों आरोपी का दोबारा होगा Narco test, और भी कुछ नए टेस्ट
जज उत्तम आनंद की मौत का मामला सुलझा नहीं है. मामले को सुलझाने के लिए केस CBI को सौंप दिया गया है। CBI एक बार फिर से आरोपियों का नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाएगी। CBI ने जेल में बंद दोनों आरोपी (लखन वर्मा और राहुल वर्मा) की एक बार दोबारा नार्को और ब्रेन टेस्ट के साथ अन्य चार टेस्ट करने की अनुमति मांगी थी, जिसके लिए कोर्ट ने उन्हें 6 दिसम्बर से लेकर 29 दिसम्बर तक की अनुमति दे दी है। यह आवेदन CBI ने मुख्य न्यायधीश रजनीकांत पाठक से की थी।
कैमरा में मिली फुटेज से हुआ था साजिश का खुलासा
एक सुबह जज उत्तम आनंद अपने रोज़ाना दिनचर्या की तरह ही जॉगिंग से लौट कर घर वापस आ रहे थे। उस दौरान रणधीर वर्मा चौक धनबाद से आ रहे एक ऑटो से टक्कर लगी और उनकी मौके पे मौत हो गयी। लेकिन जब जांच पड़ताल की गयी तब उस जगह की एक फुटेज में पाया गया की जज सड़क के एक किनारे पर चल रहे थे लेकिन पीछे से आ रही ऑटो ने अचानक अपना रास्ता बदला और आकर उनको मार के भाग गया। इसके बाद धारा 302 का मामला दर्ज कर SIT की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनसे लगातार पूछताछ चल रही थी, लेकिन कोई पुख्ता बात सामने नहीं आई और केस CBI को सौंप दिया गया। आब 6 दिसम्बर से CBI जांच में जुट जाएगी।
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