बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के नौगाम सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास दो घुसपैठियों को ढेर कर भारतीय सेना ने सीमावर्ती चौकी को निशाना बनाने की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। माना जा रहा है कि मारे गए दोनों घुसपैठिए पाकिस्तानी सैनिक थे। पाकिस्तान ने ऐसे समय में हमले की कोशिश की है जब जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है यहां माइनस में तापमान है। भारतीय सेना के अफसरों ने बताया कि मारे गए घुसपैठिए पाकिस्तानी आर्मी की यूनिफॉर्म पहने थे। जो सामान बरामद हुआ है, उन पर पाकिस्तान की मार्किंग है। इसके अलावा कुछ घुसपैठिए बीएसएफ और इंडियन एयरफोर्स की वर्दी पहने देखे गए।
सेना के मुताबिक, घुसपैठियों की तैयारी को देखकर लगता है कि वे बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। घुसपैठियों के शव को वापस देने के लिए पाक सेना से संपर्क साधा जाएगा। मारे गए दोनों लोग पाकिस्तानी सैनिकों की तरह लग रहे थे। सेना ने बताया कि हालात का जायजा लेने के लिए हमारे जवानों ने घने जंगलों में लंबा सर्च ऑपरेशन भी चलाया। इन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तानी सैनिकों की तरह दिखने वाले दो घुसपैठिए की बॉडी मिली। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए।
सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘सेना ने नौगाम सेक्टर में रविवार को तड़के, सीमावर्ती चौकी को निशाना बनाने की बैट की कोशिश नाकाम कर दी।’ उन्होंने बताया कि घुसपैठियों ने नियंत्रण रेखा के पास घने जंगलों का फायदा उठा कर भारतीय हिस्से में आने की कोशिश की। इस दौरान उन्हें पाकिस्तानी चौकियों से मोर्टार और रॉकेट लॉन्चर जैसे भारी हथियारों से कवरिंग फायर के जरिये मदद मिली।
क्या है बीएटी?
- (BAT) का पूरा नाम बॉर्डर एक्शन टीम है पाकिस्तान की बीएटीके बारे में सबसे पहले अगस्त 2013 में पता लगा था। तब इसने एलओसी पर पेट्रोलिंग कर रही भारतीय सेना की टुकड़ी को निशाना बनाया था।
- बीएटी हकीकत में पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स से लिए गए सैनिकों का ग्रुप है। इसमें सैनिकों जैसी ट्रेनिंग पाए आतंकी भी हैं। इन्हें एलओसी में 1 से 3 किलोमीटर तक अंदर घुसकर हमला करने के लिए तैयार किया गया है।
- बीएटी को स्पेशल सर्विस ग्रुप यानी एसएसजी ने तैयार किया है। यह पूरी प्लानिंग के साथ अटैक करती है। ये टीम पहले खुफिया तौर पर ऑपरेशनों को अंजाम देती थी, लेकिन बाद में मीडिया की वजह से खबरों में रहने लगी।