भारत की राजनीति में Rakhi Sawant इन दिनों बहुत चर्चा में है। अभी दो दिन पहले ही AAP नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को पंजाब की राजनीति का राखी सावंत कहा था। कल उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष Hriday Narayan Dixit यह कहकर विवादों में घिर गए थे कि अगर कोई कम कपड़े पहनकर महान बन सकता, तो बॉलीवुड अभिनेत्री राखी सावंत महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से भी बड़ी हो जाती।
उनके भाषण का यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्होंने अपने दिए गए बयान पर सफाई देते हुए Tweet किया कि मेरे भााषण का गलत मतलब निकाला जा रहा है।
उन्होंने Tweet कर कहा, ” सोशल मीडिया पर कुछ मित्र मेरे भाषण के एक वीडियो अंश को अन्यथा अर्थों के संकेत के साथ प्रसारित कर रहे हैं। वास्तव में यह उन्नाव के प्रबुद्ध सम्मेलन में मेरे भाषण का अंश है। जिसमें सम्मेलन संचालक ने मेरा परिचय देते हुए मुझे प्रबुद्ध लेखक बताया था। मैंने इसी बिंदु से बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि कुछ पुस्तकों और लेखों के लिखने से ही कोई प्रबुद्ध नहीं हो जाता। महात्मा गांधी कम कपड़े पहनते थे। देश ने उन्हें ‘बापू’ कहा। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं राखी सावंत भी गांधी जी हो जाएंगी। मित्रगण मेरे भाषण को वास्तविक संदर्भ में ही ग्रहण करने की कृपा करें। धन्यवाद ”
किताब लिखने से कोई बुद्धिजीवी और कपइ़े कम पहनने से कोई महान नहींं बनता
हृदय नारायण दीक्षित ने रविवार को उन्नाव (Unnao) जिले के बांगरमऊ (Bangarmau) विधानसभा क्षेत्र में भाजपा द्वारा आयोजित ‘प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन’ में यह टिप्पणी की। प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में बोलते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कहा था, “हमारी राय में कोई भी किसी विषय पर किताब लिखने से बुद्धिजीवी नहीं बना है। अगर ऐसा है तो इतने सालों से मैंने कम से कम 6,000 किताबें पढ़ी हैं। गांधीजी कम कपड़े पहनते थे। वह सिर्फ एक ‘धोती’ लपेटते थे। देश उन्हें बापू कहता था। अगर कोई अपने कपड़े उतारकर महान बन सकता है, तो राखी सावंत महात्मा गांधी से बड़ी हो जाती।”
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