Olaz Scholz: भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए पीएम मोदी मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने शनिवार को हैदराबाद हाउस में बातचीत की। उनकी बातचीत में स्वच्छ ऊर्जा, व्यापार और नई प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान देने के साथ कई विषयों को शामिल किया गया। दिसंबर 2021 में जर्मन चांसलर बनने के बाद ओलाफ स्कोल्ज़ पहली बार भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। इससे पहले मोदी ने राष्ट्रपति भवन में स्कोल्ज की अगवानी की। एक ट्वीट में, विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि स्कोल्ज़ की यात्रा बहुआयामी भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने का एक अवसर है।
दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का लंबा इतिहास रहा है: PM Modi
जर्मन चांसलर से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा, “मैं अपने मित्र ओलाफ स्कोल्ज और उनके प्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करता हूं। चांसलर ओलाफ कई वर्षों के बाद भारत का दौरा कर रहे हैं। आज की बैठक में हमने सभी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों और क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का लंबा इतिहास रहा है। विश्व की दो बड़ी लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ता सहयोग, दोनों देशों की जनता के लिए लाभकारी तो है ही, आज के तनावग्रस्त विश्व में इससे एक सकारात्मक संदेश भी जाता है।
PM Modi ने युवाओं को किया संबोधित
वहीं, शिक्षा पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की अमृत यात्रा का नेतृत्व हमारे युवा ही कर रहे हैं इसलिए इस बजट में युवाओं को अहमियत दी गई है। हमारी शिक्षा प्रणाली व्यावहारिक और उद्योग उन्मुख हो। ये बजट इसकी नींव मजबूत कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में हमें प्रशिक्षण की संस्कृति का और विस्तार करना है। मेरा ये मानना है कि अप्रेंटिसशिप हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार होने में मदद करती है। हम भारत में अप्रेंटिसशिप को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
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