Diwali 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले आठ साल से जवानों के साथ दीवाली का त्योहार मनाते आ रहे हैं। साल 2014 में ये परंपरा शुरू हुई जब मोदी ने पीएम के तौर पर पद संभाला। इस बार पीएम मोदी भले ही छोटी दीवाली के दिन अयोध्या में थे लेकिन, इस बार भी पीएम यह प्रथा निभाएंगे और दीवाली जवानों के साथ ही मनाएंगे। बता दें कि पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के कारगिल के द्रास सेक्टर पहुंच चुके हैं और यहीं पर पीएम जवानों के साथ दीवाली मनाएंगे। इससे पहले उन्होंने इस तरह से सीमा के अलग-अलग इलाकों में आर्मी के साथ दीवाली मना चुके हैं।
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के हर कोने में दीवाली का जश्न मनाया जा रहा है। कोरोना के बाद ये पहला मौका है जब एक साथ मिलकर इस रोशनी के त्योहार का जश्न मना रहे हैं। पीएम मोदी ने 2014 में पीएम पद संभाला था तब से लगातार वे भारतीय सेना के योद्धाओं के बीच दीवाली मनाते आ रहे हैं।

8 साल में कहां-कहां मनाई PM Modi ने Diwali
बता दें कि साल 2014 में पीएम पद संभालने के बाद पीएम मोदी की ये पहली दिवाली थी, तब पीएम सियाचिन पहुंचे थे। सबसे दुर्गम पोस्टों में एक सियाचिन है जहां पर तापमान -30 डिग्री तक चला जाता है। यहां पर पीएम ने सबसे पहले जवानों के साथ दिवाली मनाई। उनके यहां पहुंचने पर जवानों के हौसले भी बुलंद थे। पीएम मोदी ने जवानों को मिठाई खिलाई और उनके साथ काफी समय भी बिताया और जवीनों का हौसला बढ़ाया। 2015 में उन्होंने पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। इस दौरान वे पंजाब गए थे और पंजाब बॉर्डर पर दिवाली मनाई थी। इसके बाद 2016 में उन्होंने हिमाचल प्रदेश में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। 2017 में जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा गए थे, जहां उन्होंने ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ और सेना के जवानों के साथ दिवाली सेलिब्रेट की।
Diwali 2022 में पीएम मोदी करगिल के द्रास सेक्टर पहुंचे
2018 में पीएम मोदी ने उत्तराखंड को चुना। जिस दौरान वे उत्तरकाशी में आइटीबीपी के साथ दिवाली मनाई। 2019 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तो 2020 में राजस्थान के जैसलमेर में दिवाली मनाई। 2021 में पीएम मोदी सबसे संवेदनशील इलाके यानी जम्मू कश्मीर के नौशेरा पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी जवानों के साथ मिले और यहीं पर दिवाली मनाई। इस बार पीएम मोदी करगिल के द्रास सेक्टर पहुंच रहे हैं। कारगिल वैसे भी ऐतिहासिक जगह है। यहां पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान फौज के छक्के छुड़ा दिए थे।
संबंधित खबरें…
- Diwali 2022: दीपोत्सव के पावन पर्व का आगाज, जानिए क्यों मनाई जाती है दीवाली? पूजन का मुहूर्त, महत्व और बहुत कुछ
- Diwali 2022: नरक चतुर्दशी का महत्व, जानें कैसें करें अकाल मृत्यु से बचने के उपाय ?
- Dhanteras 2022 के साथ पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत, जानिए धनतेरस का महत्व, पूजा मुहूर्त और बहुत कुछ