Delhi Pollution: देश की राजधानी दिल्ली में ठंड और कोहरे के कारण सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। दिल्ली का AQI-425 दर्ज किया गया। राजधानी में ठंड के कारण आम जीवन तो प्रभावित हुआ ही है, इसकी वजह से वायु प्रदूषण के सुधार में भी कोई गुंजाइश नहीं दिखाई दे रही है। उल्टे जैसे ठंड में इजाफा हुआ है और प्रदूषण भी बढ़ गया है।
दिल्ली में हवा की हालत खराब बनी हुई है और सर्दी बढ़ने के साथ वायु प्रदूषण में एक बार फिर से अचानक वृद्धि देखने को मिल रही है। शुक्रवार की सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 425 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि हवा की कम रफ्तार और उच्च आद्रर्ता के कारण वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रही। इससे पहले गुरुवार को शहर का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक ( AQI) शाम चार बजे तक 423 दर्ज किया गया था जबकि बुधवार को 407 था।
गुरुवार को गुरुग्राम में 362 और नोएडा में 412 AQI दर्ज किया गया
पड़ोसी हरियाणा के फरीदाबाद में गुरुवार को एक्यूआई (AQI) 452, गुरुग्राम में 362 रहा जबकि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 411, नोएडा में 412 दर्ज किया गया। यह ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में आता है।
एक्यूआई शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी का माना जाता है।

वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि हवा की कम गति और उच्च आर्द्रता ऐसी स्थितियों के लिए जिम्मेदार है और ऐसी ही स्थिति से शुक्रवार यानी कि आज वायु गुणवत्ता एक्यूआई और खराब हो सकती है।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि अधिकतम तापमान 23.1 डिग्री दर्ज किया गया
मौसम विज्ञानियों ने ठंड के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान आंशिक रूप से बढ़कर 5.5 डिग्री सेल्सियस तक गया जबकि अधिकतम तापमान 23.1 डिग्री रहा जो सामान्य से दो डिग्री कम है।

मालूम हो कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने काफी सख्ती की थी। उसने CAQM को निर्देश दिए थे कि वो वायु प्रदूषण रोकने के लिए स्थायी उपायों के बारे में सोचे। इसके लिए एक्सपर्ट और लोगों से सुझाव मांगे।

बीते 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में सरकारों को स्थायी समाधान निकालने के निर्देश दिए गए थे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना(NV Ramana) ने चिंता जताते हुए AQMC से कहा था कि वो एक विशेषज्ञों का ग्रुप बनाए। वो जनता और विशेषज्ञों से मिले सुझाव के आधार पर कोई समाधान निकाले। इस मामले में अब फरवरी के पहले हफ्ते में अगली सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग की कोशिशों पर संतोष जताया।
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