उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन नया खुलासा हो रहा है। एक बार फिर एटीएस ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले 7 माह के भीतर धर्मांतरण के 50 मुकदमे दर्ज हुए हैं।
खबरों की माने तो पिछले 7 महीने के अंदर धर्मांतरण का रिकॉर्ड देखें तो इस बीच करीब 50 मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले मेरठ और बरेली से सामने आए हैं। मेरठ में इन 7 महीने के अंदर धर्मांतरण के 12 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि बरेली में 10 FIR हुई है।
मेरठ जोन में धर्मांतरण के सबसे ज्यादा 12 मामले दर्ज हुए हैं। इसके बाद बरेली जोन में 10, गोरखपुर जोन में सात, नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में पांच, लखनऊ कमिश्नरेट और वाराणसी जोन में चार–चार, आगरा जोन में तीन, प्रयागराज जोन में दो, कानपुर कमिश्नरेट और लखनऊ जोन में एक–एक मामला दर्ज किया गया है।
इन मामलों में 130 अभियुक्तों को नामजद किया गया था जिसमें से 78 गिरफ्तार हो चुके हैं। पांच आरोपियों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया था। वहीं 25 अभी भी फरार चल रहे हैं। इनमें से 22 मामलों में पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल कर दिए हैं। पुलिस 25 मामलों में विवेचना कर रही है। तीन मामलों में आरोप गलत पाए जाने पर अदालत में फाइनल रिपोर्ट दाखिल की गई है।
बता दें कि राज्य सरकार ने पिछले साल 27 नवंबर को जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए ‘धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश–2020’ लागू किया था। ADG कानून–व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में जबरन धर्मांतरण कराए जाने की शिकायत मिलने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने सोमवार को धर्मांतरण को लेकर बड़ा खुलासा किया था। राज्य में भारी संख्या में हिंदुओं को मुस्लिम बनाया जा रहा था। टीम ने मौलाना जहांगीर और उमर गौतम को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। दोनों ही गरीब हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने के लिए प्रोत्साहित करते थे। पकड़े गए दोनों आरोपी लखनऊ स्थित बड़े मुस्लिम संस्थान से जुड़े हैं।
वहीं धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह धंधा बंद करना ही होगा। वरना घर कानून को सौंपना पड़ेगा। योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर रासुका के तहत कार्यवाही करने का आदेश भी दिया है। उन्होंने कहा है कि जो भी लोग इस मामले में संलिप्त हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर लगाएं, एनएसए में निरुद्ध किया जाए। उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने की कार्रवाई की जाए।