बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद रेप केस में नया मोड़ आया है। बलात्कार का आरोप लगाने वाली 23 वर्षीय लॉ की छात्र अपने बयान से कोर्ट में पलट गई है।

छात्रा ने कहा, “स्वामी पर मैंने इस तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है, जिस तरह से अभियोजन पक्ष पेश कर रहा है।”

लखनऊ की विशेष अदालत एमपी-एमएलए में मामले की सुनवाई चल रह थी, इसी दौरान पीड़िता अपने बयान से मुकर गई। अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को होने वाली है।

छात्रा के दोहरे रवैये से नाराज अभियोजन पक्ष ने पीड़िता के खिलाफ कार्रवाई के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता धारा 340 के तहत अर्जी दाखिल की है।

न्याधीश पीके राय ने अपने कार्यालय को वह याचिका पंजीकृत करने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा की याचिका की एक कॉपी पीड़िता और अभीयुक्त को मुहैया कराएं।

Swami

पिछले साल सोशल मीडिया पर स्वामी चिन्मयानंद का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस में वे युवती से शरीर का मालिश कराते हुए दिख रहे हैं। शाहजहांपुर के स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने केंद्रीय मंत्री पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। इसके बात बीजेपी सहित चिन्मयानंद की खूब किरकिरी हुई थी।

बवाल मचने के बाद चिन्मयानंद की मुमुक्ष आश्रम से गिरफ्तारी हुई थी। एसआईटी ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर सितंबर में चिन्मयानंद को आश्रम से गिरफ्तार किया था।

बता दे कि छात्रा ने इस मसले पर दिल्ली के लोधी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में 5 सितंबर 2019 को चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।

इससे पहले 28 अगस्त 2019 को छात्रा के पिता ने शाहजहांपुर में छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज़ कराई थी। इस मामले की जांच के लिए यूपी सरकार ने SIT भी गठित की थी। मामले की जांच के दौरान दोनों FIR को एक साथ मिला दिया गया था।

इसी साल फरवरी में इलाहाबाद हाईकोर्ट से स्वामी चिन्मयानंद को जमानत मिली थी। इस मामले में आरोप लगाने वाली युवती पर भी चिन्मयानंद को ब्लैकमेल कर रंगदारी मांगने के आरोप हैं।

इसी मामले में स्वामी चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने एक अज्ञात मोबाइल नंबर से 5 करोड़ रुपये रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया था।

गौरतलब है अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी चिन्मयानंद का पक्ष लेते हुआ कहा था, “चिन्मयानंद के साथ अन्याय हुआ है। संतों की छवि धूमिल करने का यह बड़ा षड्यंत्र है और इस समय हम चिन्मयानंद को अकेला नहीं छोड़ेंगे। लगता है, वीडियो बनाए जाते समय चिन्मयानंद को कई मादक पदार्थ खिला दिए गए थे। इस मामले में कानून की छात्रा की संदिग्ध भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता।”

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