Bulli Bai App: बुली बाई एप्प मामला इनदिनों सुर्खियों में है। अब इसी मामले में मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। बुली बाई एप्प मामला सामने आने के बाद से मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने ताबड़तो़ड़ कार्रवाई करते हुए बुधवार 5 जनवरी को एक और आरोपी को हिरासत में लिया है। पुलिस अब तक मास्टरमाइंड लड़की के साथ-साथ एक इंजीनियर को भी गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि पुलिस की पूछताछ के बाद नए नामों का खुलासा हो रहा है और केस से जुड़ी अहम जानकारी भी सामने आ रही है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले कार्रवाई करते हुए मुंबई पुलिस ने बेंगलुरू से विशाल कुमार (21 साल) को इस मामले में पकड़ा था। पुलिस के मुताबिक पकड़े गया युवक बिहार का रहने वाला है और इंजीनियर है। इसके बाद मंगलवार को मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने मामले की मुख्य आरोपी श्वेता सिंह (18 साल) को उत्तराखंड के रुद्रपुर से हिरासत में लिया था।
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी एक दूसरे को जानते हैं और सोशल मीडिया के जरिए दोनों की पहचान थी। पुलिस ने कहा था कि लड़की 12वीं पास है। अब इन दोनों से पूछताछ के बाद साइबर सेल ने आज एक और व्यक्ति को हिरासत में लिया है। जोकि बुली बाई एप्प के जरिए फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को गुमराह कर रहा था।
Bulli Bai App से जुड़े तीन अकाउंट ऑपरेट कर रही थी आरोपी लड़की
मुंबई पुलिस ने कहा था कि मुख्य आरोपी लड़की ‘बुली बाई’ एप्प से जुड़े तीन अकाउंट ऑपरेट कर रही थी। जबकि विशाल कुमार ने खालसा वर्चस्ववादी के नाम से एक अकाउंट खोला था। 31 दिसंबर को उसने अन्य अकाउंट के नाम बदलकर सिख नामों से मिलते-जुलते नाम रखे थे। पुलिस के मुताबिक आरोपी फर्जी खालसा अकाउंट बनाकर गुमराह कर रहा था ताकि पुलिस को लगे की कोई सिख समुदाय के लोग इस काम को अंजाम दे रहे हैं। बता दें कि पुलिस ने विशाल कुमार को मुंबई पुलिस ने बांद्रा कोर्ट में पेश किया।
Bulli Bai App क्या है?
बता दें कि ‘Bulli Bai’ एक ऐसा एप्लीकेशन है जो Github एपीआई के माध्यम से बनाया गया था। यह ‘Sulli Deal’ एप्प के समान ही काम करता था। जानकारी के मुताबिक इस एप्प में कई नामचिन मुस्लिम महिलाओं को सोशल मीडिया पर लोगों के लिए ‘सौदे’ के रूप में पेश किया गया।
अब मामला सामने आने के बाद बुल्ली बाई एप्प के ट्विटर हैंडल को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बायो में लिखा था, ‘बुली बाई खालसा सिख फोर्स (KSF) द्वारा संचालित ओपन-सोर्स एप्प है। बता दें कि इस हाल की घटना में कई मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों का दुरुपयोग किया गया। मामला संज्ञान में आने के बाद इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
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