“सीएम हाउस के लिए मंगवाया था महंगा फर्नीचर”, महाठग सुकेश ने केजरीवाल पर लगाया बड़ा आरोप

0
53
Sukesh Chandrashekhar
Sukesh Chandrashekhar

महाठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने मंडोली जेल से ही दिल्ली एलजी को पत्र लिखा है। पत्र में सुकेश चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर सजावट के सामान की खरीद की जांच की मांग की है। सुकेश ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने महंगे सामान खरीदे। सुकेश ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने राल्फ लॉरेन,विजनेयर जैसी कंपनियों से लाखों रुपए में सामान खरीदा था। सुकेश ने दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद सुकेश से रेनोवेशन के लिए महंगा फर्नीचर और बेड खरीदा था, जिसकी फिलहाल जांच चल रही है।

व्हाट्सएप पर Sukesh Chandrashekhar ने केजरीवाल और सत्येंद्र जैन को भेजी थी तस्वीरें

वहीं सुकेश ने कहा, मैंने केजरीवाल और सत्येंद्र जैन को व्हाट्सएप और फेस टाइम चैट के जरिए जो तस्वीरें भेजी थीं, उसी से फर्नीचर चुना गया था। पत्र में कहा गया है कि 15 प्लेट और 20 चांदी के गिलास, कुछ मूर्तियां और कई कटोरे, चांदी के चम्मच सरकारी आवास पर पहुंचाए गए। सुकेश ने पत्र लिखकर आरोप लगाया कि मैंने खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल को फर्नीचर पहुंचाया। ऑलिव ग्रीन गोमेद पत्थर से बना 12 सीटर डाइनिंग सेट, जिसकी कीमत 45 लाख रुपए है। केजरीवाल ने अपने बेडरूम के लिए और बच्चे के बेडरूम के लिए 34 लाख में ड्रेसिंग टेबल खरीदी। आरोप के मुताबिक केजरीवाल ने अपने घर में 18 लाख रुपए के 7 गिलास खरीदे। इसके अलावा राल्फ लॉरेन से कुल 30 नग गलीचे, चादरें, तकिए खरीदे गए, जिनकी कीमत 28 लाख रुपए है। साथ ही 45 लाख रुपए की 3 दीवार घड़ियां खरीदी गईं।

download 92
Sukesh Chandrashekhar

दिल्ली मुंबई से खरीदे गए थे केजरीवाल के लिए फर्नीचर

सुकेश ने कहा कि मैंने ये सभी फर्नीचर मुंबई और दिल्ली से बिलिंग पर खरीदे थे, क्योंकि ये सभी फर्नीचर इटली और फ्रांस से आयात किए गए थे। सुकेश ने बताया, सारा फर्नीचर सीधे अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर पहुंचाया गया और मेरे कर्मचारी ऋषभ शेट्टी ने आवास में रखा। गौरतलब है कि बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर अरविंद केजरीवाल के आवास की मरम्मत पर 45 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया है। वहीं, दिल्ली एलजी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को निर्देश दिया कि वे सभी रिकॉर्ड सुरक्षित रखें, रिकॉर्ड सत्यापित करें और एलजी के अवलोकन के लिए 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

यह भी पढ़ें: