महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले पर स्टे लगा दिया है। बता दें कि नवनीत कौर राणा के जाति प्रमाण पत्र को हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था। जिससे उनकी लोकसभा सदस्यता खतरे में पड़ गई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राणा ने राहत की सांस ली है।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने नवनीत राणा के जाति प्रमाण पत्र को यह कहकर खारिज कर दिया था कि यह पूरी तरह फर्जी है साथ ही उनपर जुर्माना भी लगाया था। उस वक्त राणा ने बयान दिया था कि वह सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगी। सुप्रीम कोर्ट में गुहार के बाद कुछ समय के लिए उन्हें चैन मिल गया है।
नवनीत राणा महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं। उनके पति का नाम रवि राणा है। रवि राणा महाराष्ट्र के विधायक हैं। नवनीत पहले मॉडलिंग और तमिल फिल्मों में काम करती थी साल 2011 में एक सामूहिक विवाह में रवि राणा से शादी करने के बाद नवनीत नेत्री बन गई हैं। पहले वह एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ने मैंदान में उतरी थी लेकिन करारी हार मिली फिर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हांसिल की जिसके बाद उन्हें कांग्रेस और एनसीपी का पूर्ण समर्थन मिला।
नवनीत साल 2014 से राजनीति में काफी सक्रिय हैं। अक्सर अपने बयान को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। अभी हाल ही में नवनीत ने शिव सेना सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि इस सरकार से महाराष्ट्र नहीं संभल रहा है।
सामूहिक विवाह की बात करें तो इस समारोह में कुल 3162 जोड़े विवाह बंधन में बंधे थे। उस समय रवि राणा विधायक थे जिस वजह से दोनों की शादी काफी चर्चाओं में रही थी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, सुब्रत रॉय, बाबा रामदेव और विवेक ओबेरॉय भी इस शादी समारोह में शामिल हुए थे।