भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी में जल्द ही कुछ नया देखने को मिल सकता है। पिछले तीन साल से भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य स्पॉन्सर स्टार का लोगों अब भारतीय टीम की जर्सी पर नही दिखेगा क्योंकि टीम इंडिया के मुख्य स्पॉन्सर स्टार का अनुबंध अगले महीने खत्म होने जा रहा है। अगले महीने से स्टार इंडिया और बीसीसीआई के बीच का करार समाप्त हो जाएगा। स्टार इंडिया ने स्पॉन्सरशिप के लिए दोबारा बोली ना लगाना का फैसला लिया है।
स्टार इंडिया के मुख्य स्पॉन्सर बने स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर ने एक अंग्रेजी अख़बार को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमें गर्व है कि हम टीम इंडिया के साथ जुड़े रहे, लेकिन मौजूदा हालातों को देखकर हमने दोबारा निलामी में हिस्सा ना लेने का फैसला किया है। उदय शंकर ने इस फैसले की मुख्य वजह बीसीसीआई और आईसीसी के बीच लगाचार हो रहे टकराव को बताया। उन्होंने कहा कि इसका असर भविष्य में भारतीय क्रिकेट पर भी पड़ सकता है।
पुराने स्पॉन्सर के जाने के बाद नया स्पॉन्सर कौन बनेगा इसके भी कयास लगाए जाने लगे हैं। उम्मीद है कि एक जून से शुरू होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी में मैदान पर उतरने से पहले टीम इंडिया को नया स्पॉन्सर मिल जाएगा। जानकारी के मुताबिक जर्सी पर इस बार कोई डिजिटल स्पॉन्सर मिल सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय बाजार में कई ऐसी डिजिटल कंपनियां है जो भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी हासिल करने के लिए आतुर है।
इस रेस में नोटबंदी के दौरान सबसे ज्यादा ग्राहक जोड़ने वाली कंपनी पेटीएम सबसे आगे है। फिलहाल, पेटीएम बीसीसीआई का टाइटल स्पॉन्सर है जिसकी वजह से इस डिजिटल कंपनी को स्पॉन्सर मिलने की संभावना सबसे ज्यादा है। सूत्रों के मुताबिक इस रेस में दूसरे नंबर पर रिलायंस मोबाइल सर्विस जियो है। अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार रिलायंस जियो भी स्पॉन्सरशिप की दौड़ में अपनी प्रबल दावेदारी दिखा सकती है। इसके अलावा पिछली बार स्पॉन्सरशिप की दौड़ में स्टार से पिछड़ने वाला आईडिया सेलुलर भी इस बार की दौड़ में फिर से शामिल हो सकती है।