सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को घर-घर में पहुंचाने के लिए ढेरों जागरूकता अभियान चला रही है लेकिन वहीं 21वीं शताब्दी के इस दौर में भी देश में कुछ लोग ऐसे हैं जो  कन्या भूर्ण तक को नहीं देखना चाहते। भारत में गर्भ में भूर्ण की पहचान और भूर्ण हत्या एक संगीन अपराध है लेकिन आज भी इस तरह के अपराध सामने आ रहें है। महाराष्ट्र के सांगली से इंसानियत को शर्मसार और दिल दहलाने वाली ख़बर सामने आई है, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। गांव से नाले के पास पुलिस ने 19 कन्या भ्रूण बरामद किए है। यह मामला विधानसभा तक भी पहुंचा और राज्य के बजट सत्र में भी इस गंभीर मुद्दे को उठाया गया। इस घटना में पुलिस को स्थानीय BHMS डॉक्टर बाबा साहब खिद्रपुरे पर शक हुआ।

सांगली के एसपी दत्तात्रेय शिंदे ने बताया कि इस रैकेट का पर्दाफाश तब हो गया जब 26 वर्षीय महिला की गर्भपात के दौरान मौत हो गई थी, गांव के लोगों को महिला की मौत पर अंदेशा हुआ तो उन्होनें पुलिस को इसकी सूचना दी। केस की जांच करते हुए जब पुलिस म्हैसल पहुंची तो वहां उन्हें 19 भ्रूण  के अवशेष मिले। पुलिस ने बताया महिला के पति प्रवीण जमदादे ने अपनी पत्नी का गर्भपात करवाया था क्योंकि तीसरी बार भी उसके गर्भ में कन्या का भ्रूण  था। डॉक्टर खिद्रपुरे ने प्रवीण को भरोसा दिलाया था कि वे गर्भ गिरा देंगा और किसी को पता भी नहीं चलेगा पर डॉक्टर से गर्भपात के दौरान चूक हो गई और महिला की मौके पर मौत हो गई।  महिला की मौत के बाद डॉक्टर फरार हो गया था जिसे कर्नाटक से गिरफ्तार कर लिया गया है।

बाबा साहब खिद्रपुरे होम्योपैथी का डॉक्टर है और गैरकानूनी ढ़ग से गर्भपात करता था। पुलिस ने डॉक्टर और पति प्रवीण के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने कहा कि सांगली घटना के बाद  ऐसे मामलों को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार कन्या भ्रूण हत्या और गर्भपात के लिए महिलाओं को शहर ले जाने से रोकने के लिए सारा मामला कर्नाटक सरकार के सामने रखेगी और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करेगी।

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