Climate Change: नैनीताल स्थित हली गांव का नाम आजकल खूब सुर्खियां बटोर रहा है।दरअसल यहां की जलवायु फसलों के उत्पादन को लेकर पहेली बन गई है। हैरत की बात है कि 1400 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस गांव में कड़ाके की सर्दी और तेज गर्मी में उगने वाले पौधे साथ-साथ उग रहे हैं। मसलन अलग-अलग वातावरण में उगने वाला मोटा अनाज और दालें भी यहां साथ उगते देखे जा सकते हैं।
फसलों के लिए यहां की बदलती आबोहवा पर अब कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्र भी शोध कर रहे हैं। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से यहां की फसलों के उगने से लेकर बढ़ने के समय में बदलाव देखने को मिल रहा है।
यहां के बेतालघाट के हली गांव में एक किसान के खेतों पर करीब दो दर्जन से अधिक भिन्न-भिन्न तापमान और वातावरण में उनगे वाले फल और सब्जियां साफ देखे जा सकते हैं।हैरत की बात है कि यहां आम, जामुन और पर्वतीय भूमि पर उगने वाले बांज के पौधे एक साथ उग रहे हैं।
Climate Change: अलग-अलग सीजन की फल और सब्जियां भी
Climate Change: आलम ये है कि गांव में एक स्थान पर आम, लीची, अमरूद, केला, खुबानी, पपीता, सेब, माल्टा और कीनू की फसलें अच्छी तादाद में उग रहीं हैं। वहीं सब्जियों में आलू, धूनिया, लहसुन, प्याज के अलावा गहत और मसूर की दालें भी बखूबी उगाई जा रहीं हैं।
Climate Change: क्या बोले वैज्ञानिक?
इस बाबत जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा के वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह हिमालयी इलाकों में ट्री लाइन ऊपर की तरफ बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि यहां पेड़-पौधे भी उपयुक्त वातावरण मिलने से ऊपर की ओर शिफ्ट होते जा रहे हैं।
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