Air Quality Index Update: देश की हवा दिन पर दिन खराब होती जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु प्रदूषण के सूचकांक के जरिए ये सूचना दी कि देश में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 15 मई 2022 को रिपोर्ट जारी कर देश के तमाम राज्यों के प्रदूषण स्तर को मापा है।
जहां देश के 155 शहरों में भिवाड़ी(राजस्थान) की हवा सबसे ज्यादा खराब थी। भिवाड़ी में सूचकांक 313 दर्ज किया गया था, जोकि वायु गुणवत्ता के ‘बेहद खराब’ स्तर को दर्शाता है। वहीं देश के अन्य 22 शहरों में वायु की गुणवत्ता काफी खराब पाई गई।
Air Quality Index Update: देश के इन शहरों की हवा अधिक दूषित
भारत के 22 शहरों में हवा का बेहद खराब स्तर देखा गया। इन शहरों में दिल्ली 242, नोएडा 275, अंबाला 216, बागपत 208, बहादुरगढ़ 211, बल्लभगढ़ 201, बुलंदशहर 277, धारूहेड़ा 270, गाजियाबाद 294, ग्रेटर नोएडा 296, हापुड़ 242, जींद 232, कैथल 206, कुरुक्षेत्र 293, मंडी गोबिंदगढ़ 256, मानेसर 298, मेरठ 231, मुजफ्फरनगर 217, पानीपत 275, सिंगरौली 291, सोनीपत 249 और यमुनानगर 276 शमिल रहे।
Air Quality Index Update: एक बार फिर Delhi-NCR में वायु प्रदूषण चरम पर
दिल्ली समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में वायु प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में पाया गया है। यहां हवा सबसे ज्यादा दूषित पाई गई है। जहां दिल्ली 242, नोएडा 275, गाजियाबाद 294 और ग्रेटर नोएडा 296 में प्रदूषण का स्तर 100 के पार रहा।
Air Quality Index Update: इन शहरों में 50-100 के बीच रहा प्रदूषण का स्तर
कोलकाता में प्रदूषण इंडेक्स 52, चेन्नई में 69, बैंगलोर में 70, हैदराबाद में 94 दर्ज किया गया। देश के 15 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे रहा, इनमें हावड़ा 44, मैहर 33, मैसूर 42, शिलांग 46, तालचेर 42, तिरुवनंतपुरम 29, थूथुकुडी 36, त्रिशूर 36, अगरतला 50, बागलकोट 50, चामराजनगर 39, गंगटोक 40, गोरखपुर 46, गुवाहाटी 36, और हल्दिया में सूचकांक 45 दर्ज किया गया।
Air Quality Index Update: वायु प्रदूषण सूचकांक क्या है
देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0-50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51-100 के बीच होता है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी का है, जबकि 201-300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।
अक्सर दिल्ली में से सूचकांक 300-400 के बीच दर्ज किया जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। अस्थमा जैसी सांस संबंधित बीमारियों के लिए दिल्ली को जानलेवा माना जाता है।
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