Economic Survey : गुरुवार यानी 1 फरवरी के दिन सालाना अंतरिम बजट 2024 की घोषणा होगी। लेकिन हर साल की तरह इस साल बजट से पहले आने वाला इकोनॉमिक सर्वे नहीं आएगा। इकोनॉमिक सर्वे ऐसी रिपोर्ट है जो मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor) द्वारा तैयार की जाती है। इस रिपोर्ट को लोकसभा में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता है। वैसे तो यह रिपोर्ट हर वर्ष 31 जनवरी को पेश किया जाता है या कहें आमतौर पर बजट पेश होने से एक दिन पहले पेश की जाती है।
इस साल इस सर्वे के पेश ना होने के पीछे के कारण की बात करें तो दरअसल, यह साल आम चुनावों यानी लोकसभा के चुनाव का साल है। अगर सरकार बदलती है, तो आम बजट प्रक्रिया बाधित हो सकती है। ऐसे में इस बार अंतरिम बजट पेश होगा। चुनावी साल होने के कारण ही इस बार इकोनॉमिक सर्वे पेश नहीं किया जा रहा है। इसपर, वित्त मंत्रालय की ओर से साफ किया गया है कि लोकसभा चुनावों के बाद जब पूर्ण बजट की घोषणा होगी तो उससे पहले इकोनॉमिक सर्वे भी पेश किया जाएगा। हालांकि इस सर्वे की जगह वित्त मंत्रालय की ओर से एक आर्थिक रिपोर्ट जरूर लेकर आई है।
बता दें कि इस वर्ष लोकसभा में बजट सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा और फरवरी के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन अंतरिम बजट पेश करेंगी। 1950-51 में भारत का पहला इकोनॉमिक सर्वे पेश किया गया था।
इकोनॉमिक सर्वे के बजाए ‘द इंडियन इकोनॉमी: ए रिव्यू’ रिपोर्ट लाई सरकार
इस आर्थिक रिपोर्ट में पिछले एक दशक में भारत की इकोनॉमी की टाइमलाइन के बारे में बताया गया है। इस रिपोर्ट का नाम ‘द इंडियन इकोनॉमी: ए रिव्यू’ है। भविष्य में भारत की इकोनॉमी का संभावित आकलन भी इस रिपोर्ट में किया गया है।बता दें कि इस रिपोर्ट को चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन के ऑफिस द्वारा तैयार किया गया है। रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि यह भारत का इकोनॉमिक सर्वे नहीं है।
सरकार द्वरा जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले तीन सालों में भारत 5 ट्रिल्यन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि साल 2030 तक भारत 7 ट्रिल्यन डॉलर बन जाएगा।
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