ट्रेन से सफर करना सभी को पसंद होता हैं लेकिन टिकट काउंटर्स पर घंटों खड़े रहकर टिकट बुक कराना बहुत मुश्किल। लेकिन सरकार की इस नई सुविधा से टिकट बुक कराने के लिए यात्रियों को घंटो लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। सरकार ने 1 दिसम्बर से देश के करीब 3000 रेलवे आरक्षण केंद्रों पर भीम ऐप और यू.पी.आई. सुविधा की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से अब आप टिकट काउंटर पर बिना समय गवाएं भीम ऐप के जरिए टिकट बुक करा सकते हैं। इससे आपका समय भी बचेगा और कैशलेस लेन-देनों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
आपको ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक कार्ड की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए इंडियन रेलवे ने अब अपने ग्राहकों को भीम ऐप और यू.पी.आई. के जरिए पेमेंट करने की सुविधा प्रदान कर दी है। इसे ‘नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ (NPCI) ने बनाया है। यह एप एंड्रायड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। BHIM एप के जरिए सरल तरीके से पेमेंट किया जा सकता है। इसके लिए आपको किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए यह बिल्कुल भी जरुरी नहीं है कि आपकी नेट बैंकिग चालू हो। सिर्फ आपका मोबाइल नंबर आपके बैंक के पास रजिस्टर होना चाहिए।
नोटबंदी से हुई डिजिटल पेमेंट्स में बढ़ोत्तरी-
बता दे कि नोटबंदी के बाद से जनता ने डिजिटल माध्यम को अपनाना शुरू कर दिया है। इसका नतीजा है कि आरक्षित टिकटों की संख्या में अबतक 12% की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। नोटबंदी से पहले डिजिटल माध्यम से सिर्फ 58 प्रतिशत लोग ही टिकट बुक कराते थे। लेकिन नोटबंदी का डिजिटल लेन-देनों पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है। अक्टूबर 2016 के बाद से यह संख्या बढ़कर 70 प्रतिशत हो गई है।
रेलवे बनाएगी 90% लोगों को कैशलेस –
12 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद रेलवे बोर्ड के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने कहा-कि अब यात्री शुक्रवार से भारत इंटरफ़ेस फॉर मनी (भीम) के इस्तेमाल से घर बैठे अपनी टिकटों को बुक करा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आरक्षित (टिकट) श्रेणी में लगभग तीन से पांच करोड़ लोग ई-टिकट के माध्यम से डिजिटल लेन-देन कर रहे हैं। लेकिन अभी भी लगभग 30 प्रतिशत यात्री ऐसे है जो काउंटर्स से टिकट आरक्षित कराते हैं। वर्तमान में 70 प्रतिशत लोग कैशलेस के जरिए टिकट की बुकिंग करते हैं। इंडियन रेलवे का 90 प्रतिशत यात्रियों को कैशलेस बनाने का टारगेट है।
चोरी की घटनाओं में आएगी कमी-
रेलवे की इस नई सुविधा के जरिए अब लोगों को साथ में नकदी लेकर चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे लूट और चोरी की घटनाओं में भी कमी आएगी। रेलवे पर डेबिट और क्रेडिट कार्डों के लिए कार्ड स्वाइपिंग मशीनों को लगाया गया है। यूपीआई की शुरुआत करना एक अच्छा कदम माना जाएगा। जिससे यात्री अपने मोबाइल फोनों के साथ काउंटर पर जाकर अपनी टिकटों को आरक्षित करा सकते हैं।