17वीं विधानसभा चुनाव में सबसे खास बात इस बार राष्ट्र के पीए का चुनाव अभियान रहा जो कि सातवें और अंतिम चरण के लिए वह अपने संसदीय क्षेत्र वराणसी में तीन दिनो तक जमे रहें। सातवें चरण के लिए 8 मार्च को होने वाला चुनावी अभियान अब थम गया हैं। जिसमें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी ने अपना काफी कुछ दाव पर लगा दिया है। वहीं पिछली बार विजेता रही सपा सरकार ने कांग्रेस को 100 सीटें देकर एक बड़ा दाव खेला है। अगर यह समीकरण कामयाब हुआ तो इसका इस्तेमाल पूरे देश में हो सकता है और अखिलेश राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पारी खेल सकते हैं। लेकिन हारे तो शिवपाल सहित उनके समर्थक मयान से तलवार निकालने को तैयार बैठे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सेहत खराब होने के चलते जल्द राहुल गांधी सोनिया की जगह ले सकते हैं।

दूसरी तरफ उत्तराखंड में 15 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 मार्च को आने वाला है। जिसमें मुख्यमंत्री हरिश रावत सहित इंदिरा हृरदेश, किशोर उपाध्याय, सतपॉल महाराज, अजय भट्ट और अरख सिंह रावत की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है।

एपीएन के स्टूडियो में इन्हीं दो खास मुद्दे पर चर्चा की गई, जिनमें अनिल यादव (प्रवक्ता, सपा), गोविन्द पंत राजू (सलाहकार संपादक, एपीएन), शिवकरन सिंह (राष्ट्रीय महासचिवस, आरएलडी), प्रदीप सिंह (प्रवक्ता, यूपी कांग्रेस) और नरेन्द्र सिंह राणा (प्रवक्ता, यूपी बीजेपी) बतौर गेस्ट शामिल रहें। खास शो मुद्दे का संचालन एंकर हिमांशु द्विवेदी ने किया।

अनिल यादव ने कहा कि हम विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और उन्हे इस बात से अवगत करा रहे है कि हमने आप के लिए क्या किया और आप हमें किस मुद्दे को लेकर के वोट दें? यहां दाव पर सपा सरकार का राजनीति करियर ही नहीं बल्कि लाखों लोगों की उम्मीदें भी दाव पर लगी हुई हैं। उन्होने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम द्वारा किसानों को लेकर किया गया ऋण माफी की बात झूठ है। पीएम बताए कि कितने किसानों के खातो में 1 रुपया भी गया है।

नरेन्द्र सिंह राणा कहा कि कोई व्यक्ति कहीं तभी रुकता है जब उसे वहां बेहद प्यार मिले या उसका उस स्थान से खुद का लगाव जुड़ा हो, लेकिन काशी में उन्हे दोनों ही चीजे मिली हैं। रही बात सपा की तो अगर उन्होने विकास कार्य किया है तो उनकी सरकार वापस सत्ता में आ रही है और केन्द्र ने विकास किया है तो हमारी सरकार सत्ता में आएंगी। प्रवक्ता ने उत्तराखंड चुनाव को लेकर कहा कि वहा बीजेपी के प्रति जो रुझान है वह लोगों के आने से ही पता लग गया हैं। लोग कहीं से तब जाते है जब उनकी नाव डूबने वाली होती है।

प्रदीप सिंह ने कहा कि मतदाताओं ने ठाना है कि जो विकास के मुद्दे पर बात करेगा जनता उनके साथ खड़ी है। इसी मुद्दे को लेकर गठबंधन सरकार खड़ी है जिसे जनता बेहद प्यार दे रही हैं। उन्होने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम को चुनाव में भय है क्योंकि उनके उम्मीदवार योगी, मुरली मनोहर जोशी, और दादा पार्टी से असंतुष्ट है। दूसरी तरफ उत्तराखंड चुनाव के निर्णय को लेकर कहा कि हरिश रावत ने जिस प्रकार वहां काम किया है उसके बाद हमारी सरकार पूर्ण बहुमत से वापस आएंगी।

शिवकरन सिंह ने कहा कि आरएलडी का भविष्य उज्जवल है। हम पहले कांग्रेस के साथ थे लेकिन इस बार हम अपने दम पर खड़े हैं। हमारा व्यापक प्रचार जनता ने किया और विपक्षी पार्टी ने चुनाव में धन प्रदर्शन इतना किया है कि जनता इस बात से अवगत हो गई है कि काला धन किसके पास है।

गोविन्द पंत राजू ने कहा कि साधना जी के बयान में सच्चाई है हालांकि उन्हे अब भी अखिलेश पर विश्वास जताया है। यूपी का चुनाव असमान्य चुनाव है जिसमें सारी पार्टिंयों का भविष्य दाव पर लगा है। जहां अखिलेश के लिए यह चुनाव सबसे बड़ा दाव होगा वहीं बीएसपी का अस्तित्व दाव पर है और कांग्रेस का अस्तित्व तो बिना बैशाखी की बची ही नहीं। वहीं दूसरी ओर उन्होने कहा कि उत्तराखंड में भ्रष्ट्राचार एक मुद्दा हो सकता था लेकिन कांग्रेस के दागी नेता बीजेपी में चले आए।

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