Manoj Tiwari दिल्ली सरकार के द्वारा बिहार और यूपी के सबसे चर्चित पर्व छठ पर प्रतिबंध लगाये जाने के खिलाफ मुखर हो उठे हैं। दिल्ली में यमुना और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगे ‘छठ’ प्रतिबंध को राजनीतिक रंग देते हुए दिल्ली बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी इसे सीधे तौर पर पूर्वांचल की अस्मीता से जोड़ दिया है।
इस मामले में मनोज तिवारी ने अपने तर्क दिये हैं। उनके मुताबिक दिल्ली की 1.80 करोड़ जनसंख्या को कोविड की वैक्सीन लग चुकी है। दिल्ली सरकार के द्वारा सभी साप्ताहिक बाजारों को खोलने की इजाजत दे दी गई है।
दिल्ली मेट्रो को चलाने और शराब की दुकानों को खोलने के भी आदेश दे दिये गये हैं। इन सबके बावजूद छठ जैसे पर्व पर प्रतिबंध लगाने का दिल्ली सरकार का फैसला पूरी तरह से गलत और परंपरा के खिलाफ है।
केजरीवाल सरकार के इस फैसले के खिलाफ सासंद मनोज तिवारी ट्वीटर पर “केजरीवाल सरकार के खिलाफ पूर्वांचल है मैदान में” नाम का अभियान भी चला रहे हैं।
दरअसल बीते साल कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली की खराब स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों के विषय में काफी सोच-समझ कर फैसला ले रही है। यही कारण है कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में यमुना नदी और अन्य स्थानों पर सार्वजनिक तौर से ‘छठ’ पर्व के मनाये जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
दिल्ली में अभी भी कोरोना संक्रमण पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, जिसके कारण दिल्ली सरकार अब भी अलर्ट मोड पर चल रही है। कोरोना संक्रमण कहीं फिर से विकराल रूप न ले ले। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस साल छठ को सार्वजनिक तौर पर प्रतिबंधित कर दिया है।