केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री ने पटना जिले में बख्तियार विधानसभा क्षेत्र के टेकबीघा गांव में इन तीनों कृषि कानूनों के समर्थन में भाजपा की बिहार इकाई के ‘किसान चौपाल सम्मेलन’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि, किसान आंदोलन का फायदा टुकडे-टुकड़े गैंग उठने की कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रसाद ने कहा, ‘‘ वे कह रहे हैं कि जब तक कानून वापस नहीं लिये जाते, तब तक वे अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे। हम कहना चाहेंगे कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों का सम्मान करती है लेकिन हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि किसानों के आंदोलन का फायदा उठा रहे ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
कानून मंत्री आगे कहते हैं, ‘‘मैं पूछना चाहता हूं कि वे कौन लोग हैं जो देश को तोड़ने की भाषा बोल रहे हैं… अब उन तथाकथित बुद्धिजीवियों को रिहा करने की मांग उठायी जा रही है जो दिल्ली और महाराष्ट्र में दंगे में शामिल होने को लेकर जेल में हैं।”

उन्होंने शुक्रवार को यह बात तब कही थी जब टिकरी बार्डर पर कुछ प्रदर्शनकारियों की हाथों में ऐसे पोस्टर वाली तस्वीरें वायरल हुई थी जिनमें विभिन्न आरोपों के तहत गिरफ्तार किये गये कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की गयी थी।
रेलवे तथा खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्री पीयूष गोयल ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि ऐसा जान पड़ता है कि कुछ वामपंथी और माओवादी तत्वों ने आंदोलन को अपने नियंत्रण में ले लिया है और किसान मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय उनका एजेंडा कुछ और ही लगता है।

बिहार प्रदेश भाजपा के कार्यक्रम के तहत ऐसे ही सम्मेलन जिला स्तर पर और हर विधानसभा क्षेत्र में होंगे जिनका 25 दिसंबर को समापन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर होगा।