Why Earthquake Occurs: सोमवार की सुबह तुर्की के लिए बड़ी भयावह रही। यहां आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचा दी है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, अभी तक इस भूकंप में 900 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। ये आंकड़ें और भी बढ़ सकते हैं। आपको मालूम होगा कि साल 2001 में गुजरात के भुज में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की मौत हुई थी। तुर्की में आया यह भूकंप भुज के भूकंप से भी बड़ा है। आखिरकार भूकंप क्या होता है? ये क्यों और कब आता है? इससे इतनी तबाही क्यों मचती है? इस खबर में हम भूकंप से संबंधित इन तमाम प्रश्नों के उत्तर जानेंगे।
Why Earthquake Occurs: क्या होता है भूकंप?
हम सभी पृथ्वी ग्रह पर रहते हैं। विज्ञान के अनुसार, पृथ्वी मुख्य रूप से चार परतों से बनी है, जिनके नाम इनर कोर, आउटर कोर, मैंटल और क्रस्ट हैं। क्रस्ट पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत होती है। इसके बाद होता है मैंटल कोर। क्रस्ट और मैंटल मिलकर लीथोस्फेयर को बनाते हैं। इसकी मोटाई करीब 50 किलोमीटर होती है। ये अलग-अलग परतों वाली प्लेटों से मिलकर बनी होती है। इन प्लेटों को टेक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं।
आपको बता दें कि पृथ्वी यानी धरती के अंदर कुल सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। ये प्लेट्स जब आपस में टकराती हैं या फिर एक दूसरे के ऊपर चढ़ती हैं तो धरती हिलने लगती है। धरती के इस हिलने की घटना को ही भूकंप कहते हैं।
कैसे नापते हैं भूकंप की तीव्रता?
भूकंप की तीव्रता को नापने के लिए भू वैज्ञानिक रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं, जिसे विज्ञान की भाषा में रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं। यह स्केल 1 से 9 तक होती है। भूकंप की तीव्रता को एपीसेंटर यानी उसके केंद्र से नापा जाता है। केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को स्केल के माध्यम से नाप कर बताया जाता है कि भूकंप की तीव्रता कितनी है और यह कितना भयावह और तबाही मचाने वाला हो सकता है।
रिक्टर स्केल पर 1 का मतलब कम तीव्रता की ऊर्जा यानी भूकंप और 9 का मतलब सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप, जिससे काफी तबाही मच जाती है। उदाहरण के रूप में, यदि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है। आपको एक बार फिर से बता दें कि तुर्की में आए भूकंप की तीव्रता 7.8 है। यानी इससे काफी तबाही मच सकती है, जो अभी तुर्की में दिख भी रही है।
चार प्रकार के होते हैं भूकंप
भूकंप मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं, जिनके नाम इंड्यूस्ड, वॉल्कैनिक, कोलैप्स और एक्सप्लोसन भूकंप हैं।
इंड्यूस्ड भूकंप- ऐसे भूकंप जो इंसानी गतिविधियों के कारण आते हैं। इन गतिविधियों में सुरंग खोदना, बड़े भौगोलिक या जियोथर्मल प्रोजेक्ट्स को बनाना या फिर किसी जलस्त्रोत को भरना व अन्य हैं। वैज्ञानिकों का मनना है कि बांधों यानी डैम को बनाने की वजह से भी भूकंप आते हैं।
वॉल्कैनिक भूकंप- ऐसे भूकंप जो किसी ज्वालामुखी के फटने से पहले, फटते समय या इसके फटने के बाद आते हैं। इस प्रकार के भूकंप गर्म लावा के निकलने और सतह के नीचे लावा के बहने के कारण आते हैं।
कोलैप्स भूकंप- ऐसे भूकंप जो धरती के अंदर मौजूद सुरंगों या गुफाओं के टूटने से आते हैं। हालांकि, ऐसे भूकंप छोटे यानी कम क्षति वाले होते हैं। जमीन के अंदर होने वाले छोटे विस्फोटों के कारण भी ये भूकंप आते हैं।
एक्सप्लोसन भूकंप- ऐसे भूकंप जो किसी परमाणु विस्फोट या रासायनिक विस्फोट के कारण आते हैं।
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