भारतीय बैंकों को 9 हजार करोड़ का चूना लगाने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या एक के बाद एक कई ट्वीट कर फिर सुर्खियों में है। माल्या ने बुधवार को कहा कि उनके ब्रिटेन से भारत में प्रत्यर्पण के मामले में कानून अपना काम करेगा।
लेकिन मैं ‘जनता के पैसों’ का 100 प्रतिशत भुगतान करने के लिये तैयार हूं। उन्होंने दावा कि नेताओं और मीडिया ने उन्हें गलत तरीके से ‘डिफॉल्टर’ के रूप में पेश किया।
I see the quick media narrative about my extradition decision. That is separate and will take its own legal course. The most important point is public money and I am offering to pay 100% back. I humbly request the Banks and Government to take it. If payback refused, WHY ?
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 5, 2018
माल्या ने अपने ट्वीट में कहा, ‘मैंने देखा है कि मेरे प्रत्यर्पण के फैसले को लेकर मीडिया में कई चर्चाएं चल रही हैं। यह अलग मामला है और इसमें कानून अपना काम करेगा।’ माल्या ने कहा, ‘जनता के पैसे सबसे जरूरी चीज है और मैं 100 प्रतिशत पैसे वापस करने की पेशकश कर रहा हूं। मैं बैंकों और सरकार से अनुरोध करता हूं कि वो इस पेशकश को स्वीकार करें।’
बता दें माल्या पर कई बैंकों का 9000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है। यह कर्ज उसकी कंपनी फिंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया था। माल्या मार्च 2016 में देश छोड़कर ब्रिटेन चले गये थे। माल्या ने पक्षपात का आरोप लगाते हुये कहा, ‘नेता और मीडिया लगातार चिल्ला-चिल्लाकर मुझे डिफॉल्टर कह रहे हैं, जो कि सरकारी बैंकों का पैसा लेकर फरार हो गया।
यह सब झूठ है। मेरे साथ उचित बर्ताव क्यों नहीं किया जाता है। मैंने कर्नाटक उच्च न्यायालय के समक्ष जो व्यापक समाधान प्रस्ताव रखा था, उसका इसी तरह से प्रचार-प्रसार क्यों नहीं किया गया। बेहद दुखद।’
Airlines struggling financially partly becoz of high ATF prices. Kingfisher was a fab airline that faced the highest ever crude prices of $ 140/barrel. Losses mounted and that’s where Banks money went.I have offered to repay 100 % of the Principal amount to them. Please take it.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 5, 2018
माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस की हालत बिगड़ने को लेकर कहा, ‘विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में तेजी के कारण विमानन कंपनी को वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ा। किंगफिशर ने एटीएफ के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 140 डॉलर प्रति बैरल का भी सामना किया,
जिसके चलते कंपनी का घाटा बढ़ता गया और बैंकों का पैसा इसी में जाता रहा। मैं बैंकों को मूल रकम का 100 प्रतिशत लौटाने की पेशकश करता हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।’ उन्होंने दावा किया कि वह 2016 से बैंकों की बकाया राशि का निपटान करने के लिये पेशकश कर रहे थे।