प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान, ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक श्री मोदी को 2022 तक भारत में प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने का संकल्प लेने और श्री मैक्रों को पर्यावरण के लिए वैश्विक समझौते करने के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया है। दोनों नेताओं को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को लेकर अग्रणी एवं उत्साही कार्यों और पर्यावरणीय कार्यों में सहयोग के नये क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए ‘नीति नेतृत्व’ श्रेणी के तहत यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने श्री मोदी को यह सम्मान मिलने पर प्रसन्नता जतायी है और ट्वीट करके इस उपलब्धि की जानकारी दी।
PM @narendramodi has been awarded the prestigious @UN Champions of the Earth Award.
President @EmmanuelMacron and Shri Modi have been awarded in the Policy Leadership category, for their efforts regarding the International Solar Alliance. https://t.co/zSNk3lS3uy
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2018
इसके साथ ही पीएमओ ने कोच्चि हवाई अड्डे को सम्मान मिलने पर भी ट्वीट किया है। पीएमओ के ट्वीट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने 2022 तक भारत में प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने का संकल्प लेने के लिए श्री मोदी की सराहना की।
इस सम्मान की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, “यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीति नेतृत्व श्रेणी में संयुक्त राष्ट्र के ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। संयुक्त राष्ट्र का यह सर्वोच्च सम्मान उन लोगों को दिया जाता है जिनकी कोशिशों का पर्यावरण में बड़ा बदलाव लाने पर प्रभाव पड़ता है।’
संयुक्त राष्ट्र ने केरल के कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को ‘नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग का नेतृत्व’ करके उद्यमी दृष्टिकोण का प्रदर्शन करने के लिए पुरस्कार प्रदान किया है। यह हवाई अड्डा पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होता है। यह हवाई अड्डा दुनिया को बता रहा है कि वैश्विक आंदोलन के हमारे सतत विस्तार नेटवर्क पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
इसके अलावा चीन के झेजियांग हरित ग्रामीण कार्यक्रम को भी संयुक्त राष्ट्र ने सम्मानित किया गया है। इस कार्यक्रम के जरिये झेजियांग प्रांत में बेहद गंदी नदियों और जल स्रोतों को साफ किया गया है।