HBD Virender Sehwag: वीरेंद्र सहवाग निर्विवाद रूप से क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में सबसे विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। दाएं हाथ का आक्रामक बल्लेबाज अपने खेल के दिनों में प्रतिद्वंद्वी गेंदबाजों के लिए बुरे सपने से कम नहीं था। क्रीज पर उनका अपरंपरागत रवैया और खेल की पहली गेंद से बड़े पैमाने पर स्ट्रोक मारने की क्षमता भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले गयी। अपने 12 साल के करियर के दौरान, पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने 104 टेस्ट और 251 एकदिवसीय मैच खेले और क्रमशः 8,586 और 8,273 रन बनाए। उन्होंने अपने करियर के दौरान 38 शतक और 6 दोहरे शतक लगाए।
44वां जन्मदिन मना रहे हैं सहवाग
सहवाग आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। पाकिस्तान के शोएब अख्तर हों या फिर आस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा। कोई भी ऐसा स्टार गेंदबाज नहीं है जिसको सहवाग ने धूल ना चटाई हो। इस खास मौके पर आइए एक नजर डालते हैं उनकी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए बेहतरीन पारी पर:
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रन
वर्ष 2008 में चेन्नई में खेले गए टेस्ट मैच में सहवाग की उस पारी को शायद ही कोई भूल सकता है। इस टेस्ट मैच में सहवाग ने साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई थी। इतना ही नहीं टेस्ट क्रिकेट का सबसे तेज तिहरा शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था। कहानी कुछ इस प्रकार से शुरू होती है। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका और भारत की टीम एक दूसरे से मैदान पर भीड़ने के लिए तैयार थी। अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 540 रन बनाए।
भारत मैच के दौरान मुश्किल स्थिति में था, विस्फोटक सलामी बल्लेबाज सहवाग ने दक्षिण अफ्रीका के घातक गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस कर दिया। उस वक्त अफ्रीकी टीम में डेल स्टेन, जैक्स कैलिस, मखाया नतिनी और मोर्ने मोर्कल जैसे घातक गेंदबाज शामिल थे। सहवाग ने 319 रनों की पारी खेलने में कुल 304 गेंदों का सामना किया। और इसी वजह से इस पारी को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे तेज तिहरा शतक कहा जाता है। बता दें कि सहवाग ने सिर्फ 278 गेंदों में 300 बना लिए थे।
जब पाकिस्तान के खिलाफ बनाए 309 रन
चेन्नई में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने से 4 साल पहले सहवाग भारत की टीम के साथ सद्भावना सीरीज खेलने पाकिस्तान गई थी। वर्ष था 2004। यहां पर वनडे और टेस्ट सीरीज खेलना था। पहले वनडे और फिर दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत हुई। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला मुल्तान में 28 मार्च से शुरू हुआ। इसी मैच में वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ तिहरा शतक जड़ दिया और ऐसा करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक सहवाग और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी ने 356 रन बनाए। सहवाग दूसरे दिन 295 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे जब उन्होंने सकलैन मुश्ताक की गेंद पर छक्का लगाकर अपना पहला तिहरा शतक बनाया। उनकी ये यादगार पारी पारी 375 गेंदों पर 309 रनों पर समाप्त हुई, जिसमें 39 चौके और 6 मैक्सिमम सिक्स शामिल हैं।
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