ज्वालामुखी, एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते इंसान कुदरती कहर के बारे में सोचने लगता है। धरती पर रह रहे इंसानों ने सदियों से न जाने कितने ही ज्वालामुखियों को अचानक फटते देखा है, लावे से आस-पास की हर चीज को खाक होते, गैस और धुएं से माहौल में जहर घुलते देखा है। इस बार अमेरिका के हवाई द्वीप में फटे ज्वालामुखी का जो मंजर सामने आया वो वाकई बहुत खौफनाक और डराने वाला थी। इस मौत के लावे ने आस-पास की हर चीज को एक पल में राख में तब्दील कर दिया।
अमेरिका के हवाई आइलैंड पर मौजूद किलुआ में गुरुवार को अब तक का सबसे बड़ा ज्वालामुखी फटा है। ज्वालामुखी फटने के बाद इसका लावा 30 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई तक उछला। ज्वालामुखी फटने से कई जगहों की जमीन भी फट गई। यूएस जियोग्राफिकल सर्वे ने इस घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि ज्वालामुखी फटने के बाद आसपास मौजूद शहरों में रह रहे लोगों को जहरीली गैस से बचाव की सलाह जारी की है। इससे सल्फर डाई ऑक्साइड समेत कई जहरीली गैसें निकल रही हैं।
बता दें कि इसे लेकर रेड अलर्ट भी जारी किया गया था। बीते कई दिनों से इस ज्वालामुखी का धुंआ 12,000 फीट की ऊंचाई पर दिखाई दे रहा था। जिसके बाद इससे एक बड़े विस्फोट की आशंका पहले ही जता दी गई थी।
इससे पहले जियोलॉजिकल सर्वे ने जानकारी दी थी कि अंदर भारी मात्रा में लावा मौजूद है जिस कारण यह अभी और निकल सकता है। इसमें 10 जगह ऐसी हैं जहां से लावा निकल रहा था। इसकी चपेट में आकर 32 घर पहले ही तबाह हो गए थे। यहां के करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट भी कर दिया गया था।
वहीं यहां बीते कई दिनों में 500 बार भूकंप आ चुका है। जिसमें 13 बार रिएक्टर पैमाने पर तीव्रता 4 से ऊपर मापी गई थी। इनमें सबसे बड़ा भूकंप 6.9 की तीव्रता के साथ आया था