PM Modi: आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में खादी उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उत्सव का आयोजन अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी शामिल हुए, साथ ही गुजरात के विभिन्न जिलों से लगभग 7,500 महिला खादी कारीगरों ने भाग लिया। पीएम ने कार्यक्रम की शुरूआत में अटल ब्रिज का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में महिलाओं को एक ही समय और एक ही स्थान पर चरखा चरते हुए देखा गया। प्रधानमंत्री ने भी चरखे पर हाथ आजमाया।
अटल ब्रिज के डिजाइन में पतंग महोत्सव की झलक: PM Modi
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अटल ब्रिज साबरमती नदी के दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा बल्कि ये डिजाइन और इनोवेशन में भी अभूतपूर्व है। इसकी डिजाइन में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 7,500 बहनों-बेटियों ने एक साथ चरखे पर सूत कातकर नया इतिहास रच दिया है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी कुछ पल चरखे पर सूत काटने का मिला।
खादी का एक धागा गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया: PM Modi
पीएम मोदी ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि खादी का एक धागा आजादी के आंदोलन की ताकत बन गया, उसने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया। खादी का वही धागा विकसित भारत के प्रण को पूरा करने का आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का प्रेरणा-स्रोत बन सकता है।
बता दें कि इस कार्यक्रम में 1920 के दशक से उपयोग की जाने वाली विभिन्न पीढ़ियों के 22 चरखाओं को प्रदर्शित करके ‘चरखाओं के विकास’ को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी प्रदर्शित की गई। इसमें ‘यरवदा चरखा’ जैसे चरखे शामिल हैं, जो स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस्तेमाल किए गए चरखाओं का प्रतीक है।
यह भी पढ़ें: