Kargil Vijay Diwas:90 के दशक का अंतिम साल 1999 हर भारतीय की यादों में हमेशा बना रहेगा। जब भारतीय सेना के जवानों ने अपने शौर्य और बहादुरी से दुश्मन के छक्के छुड़ा दिए। आज 26 जुलाई 22 को कारगिल युद्ध को 22 साल पूरे हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के कारगिल में 1999 में हुई जंग को 22 साल पूरे हो गए हैं। इस जंग को भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय चलाकर जीता था। अचानक भारत के पीठ पीछे पाकिस्तान की ओर से हमला किए जाने के बाद भी भारतीय जांबाजों के पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया।
इस युद्ध में हमारे अनेक शूरवीर वीरगति को प्राप्त हुए बावजूद इसके हिम्मत दिखाते हुए अपना परचम लहराया। मालूम हो कि तब से ही प्रति वर्ष 26 जुलाई के दिन को कारगिल विजय दिवस या शौर्य दिवस के तौर पर मनाया जाता रहा है।कारगिल युद्ध में अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए भारतीय जवानों ने कारगिल की चोटियों पर शान से तिरंगा लहराया। दुश्मन की सेना के छक्के छुड़ाते हुए उन्हें भारत की भूमि से खदेड़ दिया।
Kargil Vijay Diwas: पाक ने आतंकियों की घुसपैठ करवाई
Kargil Vijay Diwas: पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ मंसूबे बनाता रहा है, लेकिन हर बार भारत के हाथों पटखनी भी खाता है। आज से ठीक 22 साल पहले पाकिस्तान ने ऐसा ही किया। पाक ने बड़े पैमाने पर अपने सैनिकों और आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा के साथ भारतीय क्षेत्र कारगिल जिले में घुसपैठ करवानी शुरू कर दी।
दरअसल पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ सैन्य अभियान की योजना बनाई थी।जिसमें पाकिस्तान सेना के तत्कालीन प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ और तीन अन्य जनरल मोहम्मद अजीज, जावेद हसन और महमूद अहमद शामिल थे। युद्ध की शुरुआत 3 मई को ही हो गई थी, क्योंकि इसी दिन आतंकियों ने घुसपैठ शुरू की, लेकिन समाप्ति 26 जुलाई को भारत की विजय के साथ हुई। लगातार 60 दिनों तक चले युद्ध में दोनों देश आमने-सामने रहे।
बाजूवद इसके भारतीय सैनिकों की जांबाजी के आगे पाक को घुटने टेकने पड़े।लगभग 500 से अधिक भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। दूसरी तरफ युद्ध के दौरान 3,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक और आतंकियों को ढेर किया गया।
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