Maharashtra Political Crisis: एकनाथ शिंदे की याचिका पर SC ने सभी पक्षों को जारी किया नोटिस, 11 जुलाई को अगली सुनवाई

दरअसल, विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी किए जाने के बाद शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और पार्टी द्वारा उन्हें अयोग्य घोषित करने वाली याचिका को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की गई है।

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Maharashtra Political Crisis : एकनाथ शिंदे और 15 बागी विधायकों की याचिका पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। एकनाथ शिंदे और 15 बागी विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि स्पीकर का नोटिस संवैधानिक नहीं है। शिंदे गुट ने कहा कि हमारे साथ शिवसेना के 39 विधायक हैं। गुट ने कहा कि हम अनुछेद 32 में याचिका दाखिल कर सकते हैं। हमारे साथ शिवसेना के 39 विधायक हैं। हम लोगो को धमकी दी जा रही है। हमारे और हमारे सहयोगियों के घर और उनकीं संपत्ति को नुकसान पहुँचाया जा रहा है।

शिंदे गुट के वकील ने कहा कि जब स्पीकर के खिलाफ खुद अविश्वास प्रस्ताव हो, तब विधायकों को अयोग्य करार देकर विधानसभा सदस्यों की संख्या में उन्हें बदलाव नहीं करना चाहिए। गुट की तरफ से कहा गया कि स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव लंबित हो तो उन्हें विधायकों की अयोग्यता पर विचार नहीं करना चाहिए। नोटिस जारी करें तो उसके जवाब के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए।

कोर्ट में शिंदे गुट की तरफ से कहा गया कि स्पीकर साबित करें कि उनके पास बहुमत है। फ्लोर टेस्ट से डिप्टी स्पीकर क्यों डर रहे हैं। शिंदे गुट के वकील ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा नियमावली के नियम 11 का भी पालन नहीं किया गया। 14 दिन का नोटिस दिया जाना चाहिए था। फिर नोटिस को विधानसभा में आगे विचार के लिए रखा जाना चाहिए था। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि अभी विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा है।

वहीं उद्धव गुट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट की इस बात का जवाब नहीं दिया कि मामला हाई कोर्ट में नहीं चलना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि राजस्थान का अपवाद छोड़ दें तो सुप्रीम कोर्ट ने कभी भी स्पीकर के पास लंबित कार्रवाई पर सुनवाई नहीं की है। उनका अंतिम फैसला आने पर कोर्ट में सुनवाई होती है। स्पीकर गलत भी तय करते हैं, तो पहले उन्हें अपना काम करने दिया जाता है।

शिंदे की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को भेजा नोटिस 

शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। डिप्टी स्पीकर, अजय चौधरी, सुनील प्रभु व केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया गया है। पांच दिन में नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। इस मामले में अब 11 जुलाई को सुनवाई होगी। 

Maharashtra Political Crisis
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Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में बढ़ी हलचल

वहीं सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे गुट की याचिका पर सुनवाई के बीच बीजेपी में भी हलचल तेज हो गई है। जिसके चलते देवेंद्र फडणवीस के सागर बंगले पर बीजेपी नेता पहुंच रहे हैं। माना ये जा रहा है कि बीजेपी अब सरकार बनाने की संभावनाओं पर विचार कर रही है।

वहीं केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दावने के बयान से सियासी अटकलबाजी और बढ़ गई हैं। दरअसल, दानवे ने जालना में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बीजेपी अब दो-तीन दिन के लिए ही विपक्ष में है और अघाड़ी सरकार विकास कार्यों को तेजी से पूरा करे। इस कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे।

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शिंदे गुट के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका

वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस जनहित याचिका में कहा गया है कि शिंदे गुट के विधायक अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्हें फिर से अपने कार्यालयों में काम करने का निर्देश देने की मांग की गई है।

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