Environment: बाहरी दिल्ली स्थित बदहाल हो चुकी भलस्वा झील के दिन अब फिरने वाले हैं।दरअसल इसके समीप ही बनी भलस्वा लैंडफिल साइट और भलस्वा डेयरी कॉलोनी से निकले गंदे पानी से झील का पानी खराब हो गया है।पिछले काफी समय से झील में डेयरी से निकला गंदा पानी तो जा रही रहा है साथ ही लैंडफिल साइट की वजह से भी यहां का पानी प्रदूषित हो रहा है। रही सही कसर झील के पास बनी डेयरी कॉलोनी के लोगों ने पूरी कर दी है।
लोगों ने इस झील को छोटे छोटे नालों से जोड़ दिया है। जिसकी वजह से गोबर और गदंगी सीधा झील में गिर रही है। डीडीए की ओर से विकसित की गई इस झील का कायाकल्प किया जा रहा है। जिसे दिल्ली जल बोर्ड पूरा करेगा।इसके तहत प्रोजेक्ट के पहले चरण में झील के लिए ड्रेनेज सिस्टम तैयार किया जाएगा।झील के 30 मीटर किनारे पर जमा सभी तरह के कूड़े को हटाने का काम शुरू हो चुका है।पहले चरण की अनुमानित लागत करीब पांच करोड़ रुपये आएगी।

Environment:दिल्ली जल बोर्ड कर रहा काम
दिल्ली जल बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार झील की सफाई चरणबद्ध तरीके से की जा रही है।झील के किनारे एक इंटरसेप्टर ड्रेन भी बनाई जा रही है। ये झील के पानी को प्रदूषित होने से रोकेगी।ड्रेन के जरिए पूरी गंदगी सीधे सप्लीमेंट्री ड्रेन में पहुंचेगी। झील में कोरोनेशन पिलर एसटीपी से साफ पानी आएगा। इसके साथ ही ऐसे पौधे भी रोपे जाएंगे जोकि पानी में मौजूद प्रदूषकों को खींच लेंगे।दूसरा चरण वर्ष 2023 के मानसून तक पूरा करने का लक्ष्य है।
संबंधित खबरें
- Environment: Global Warming और सिमटते वन क्षेत्र से प्रभावित हुआ ‘Monsoon’,11 वर्षों में सातवीं बार देर से दे रहा दस्तक
- Environment: मॉडल गोशालाओं की तर्ज पर विकसित की जाएंगी दिल्ली की गोशालाएं, Bio Gas के साथ कई उत्पाद होंगे तैयार