Khargone Violence Updates: अब गलती हुई है तो घर चाहे सरकार का हो या गुनहगार का भुगतना दोनों को पड़ रहा है। ऐसा ही मामला मध्यप्रेदश से सामने आया है। बीते दिनों आपने देखा कि मध्यप्रदेश के खरगोन (khargone violence) में रामनवमी जुलूस पर हुए पथराव के बाद मध्यप्रदेश के प्रशासन ने बुलडोज़र अभियान चलाया।
इस बुलडोज़र अभियान में ना केवल आरोपियों का घर गिराया गया बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए एक घर को भी मिट्टी में मिला दिया गया। बता दें कि खरगोन में रविवार को हिंसा हुई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने खरगोन के चार इलाकों में घरों को यह कहकर तोड़ दिया कि अवैध कब्जा किया गया है। तोड़े गए घरों में 16 घर और 29 दुकानों को अवैध कब्जा बताया गया है। इसमें से 12 घर खसखासवाडी (Khaskhaswadi) इलाके में थे।
Khargone Violence Updates: पीएम आवास के तहत बना घर भी तोड़ा गया
इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए जिस घर को तोड़ा गया वह बिरला मार्ग पर स्थित है। जहां हसीना फखरू का घर तोड़ा गया है। महिला ने रोते हुए कहा कि मैंने अपनी आंखों से अपने अशियाने को टूटते देखा। पहले कर्मचारी मेरे घर में आए। मुझे धक्का देकर घर से बाहर निकाल दिया। मेरे घर के बाहर पीएम आवास के तहत बना घर लिखा हुआ था। उस पर गोबर लगा दिया। फिर मेरे घर पर बुलडोजर चला दिया।महिला का कहना है कि वह कुल 30 साल से वहां रह रहे थे। उसके परिवार में कुल 7 लोग हैं।
Khargone Violence Updates: प्रशासन ने क्या कहा?
जानकारी के मुताबिक महिला को घटना से पहले ही नोटिस दिया गया था। जिसमें कहा गया था कि घर के कागजात जमा करवाओ। लेकिन अगले दिन शनिवार-रविवार होने के चलते कागज जमा नहीं हो पाए। जिसके बाद सोमवार को निगम के कर्मचारी बुलडोज़र लेकर पहुंच गए।
हालांकि, प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि महिला ने अवैध जगह पर घर बनवाया है, महिला को दूसरी जगह घर बनवाने के लिए पैसे दिए गए थे लेकिन महिला ने एक ऐसी जगह पर घर बनवाया जिसकी किमत करीब 2 करोड़ रुपये है।
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