Guddu Jamali: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बसपा का साथ छोड़ कर एआईएमआईएम का हाथ थामने वाले गुड्डू जमाली ने एक बार फिर से बसपा में वापसी की है। बता दें कि यूपी में करारी हार के बाद बसपा मुख्यालय में पार्टी की समीक्षा बैठक चल रही है। इस दौरान गुड्डू जमाली ने बसपा की सदस्यता ली। शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने एआईएमआईएम की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन वो हार गए। विधानसभा चुनाव में हार के बाद ही गुड्डू जमाली की बसपा में वापसी हुई है।
Guddu Jamali को माना जाता था मायावती का करीबी
बता दें कि विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के 100 प्रत्याशियों में से गुड्डू जमाली ही अपना जमानत बचा पाए थे। इसलिए सियासी गलियारों में चर्चा हो रही है कि गुड्डू जमाली के बसपा में शामिल होने से ओवैसी को यूपी में तगड़ा झटका लगा है।
वैसे गुड्डू जमाली को बसपा सुप्रीमो मायावती का करीबी माना जाता था और उन्हें तीन महीने पहले विधानसभा में पार्टी विधायकों का नेता बनाया गया था। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया था। अब एक बार फिर से उनकी पार्टी में वापसी हुई है। इससे पहले विधानसभा में विधायकों के नेता लालजी वर्मा ने भी पार्टी छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।
Guddu Jamali से खुश नहीं थे बसपा समर्थक
गुड्डू जमाली ने अपने त्याग पत्र में कहा था कि वह पार्टी द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम नहीं थे और उनके समर्थक बसपा से खुश नहीं थे। गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान 11 बसपा विधायक पार्टी छोड़कर अन्य में शामिल हो चुके हैं। इनमें से सात समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं, जबकि तीन भाजपा में गए हैं। बताते चलें कि बसपा ने 2017 के चुनावों में कुल 18 विधानसभा सीटें जीती थी, लेकिन इस बार ये आकड़ा सिर्फ एक पर ही अटक गया है।
संबंधित खबरें…