Yati Narsinghanand: हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच और दूसरे मामलों को लेकर गिरफ्तार हुए डासना देवी मंदिर के पुजारी Yati Narasinghanand Saraswati जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं। जेल से बाहर आने के बाद नरसिंहानंद के समर्थकों ने उनका स्वागत फूल-माला पहनाकर किया है। बता दें कि हरिद्वार पुलिस ने नरसिंहानंद को जनवरी में गिरफ्तार किया था।

गुरुवार को हरिद्वार जिला जेल से बाहर निकलने के तुरंत बाद, नरसिंहानंद मामले के सह-आरोपी जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी की रिहाई की मांग को लेकर अपनी भूख हड़ताल फिर से शुरू करने के लिए सर्वानंद घाट के लिए रवाना हुए। बता दें कि Wasim Rizvi को भी Uttarakhand Police ने भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

Yati Narsinghanand पर दर्ज हैं कई मामले
Yati Narsinghanand के खिलाफ धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने, महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और दूसरे 2-3 मामले दर्ज हैं। महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और एक पत्रकार को गाली देने वाले मामले में स्थानीय अदालत द्वारा मंगलवार को उन्हें जमानत मिली जिसके बाद नरसिंहानंद की रिहाई हुई।

हालांंकि 7 फरवरी को ही धर्म संसद मामले में उन्हें जमानत मिल गई थी लेकिन दूसरे मामलों के चलते अभी तक नरसिंहानंद जेल में थे, जिसमें उसी अदालत ने उन्हें मंगलवार को जमानत दी।
धर्म संसद में दी गई थी हेट स्पीच
मालूम हो कि हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर 2021 तक कुछ हिंदू संतों ने एक धर्म संसद का आयोजन किया था। जिसमें कथित तौर पर एक समुदाय विशेष और भारत के महापुरुषों के खिलाफ भड़काऊ बातें यानी हेट स्पीच दी गई थी। मामला सामने आने के बाद जब जन सामान्य में इसके प्रति आक्रोश फैला तो उत्तराखंड पुलिस ने हेट स्पीच मामले में 10 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और Yati Narsinghanand, वसीम रिजवी और अन्य की गिरफ्तारी हुई।
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