Panama Papers मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंची अभिनेत्री ऐश्वर्या राय वापस मुंबई रवाना हो गई हैं। ED के दिल्ली स्थित जामनगर के दफ्तर में करीब पांच घंटों तक एजेंसी के सवालों का जवाब देने के बाद Aishwarya Rai ने देर रात मुंबई की फ्लाइट पकड़ ली।
ED ने Panama Papers के मामले में अभिनेत्री ऐश्वर्या राय को फेमा के सेक्शन 37 के तहत समन भेज कर उनसे इस मामले में लंबी पूछताछ की। सेक्शन 37 में समन पर पूछताछ के लिए आने वाली गिरफ्तारी नहीं होती है।
लंबी पूछताछ के बाद Aishwarya Rai देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची और फिर सीधा फ्लाइट ली मुंबई की। ED ने इस मामले में 9 नवंबर 2021 को Aishwarya Rai को सेक्शन 37 के तहत समन भेजकर 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा था। जिसके बाद Aishwarya Rai ED के सामने पेश हुईं।
Panama Papers में महानायक अमिताभ बच्चन का भी नाम है
मालूम हो कि Panama Papers मामले में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का भी नाम शामिल है। अमिताभ बच्चन ने चार शेल कंपनियां बनाई थीं। यह चारों शिपिंग कपनी थी। इन कंपनियों का डायरेक्टर अभिषेक बच्चन को बनाया गया था। अभिषेक बच्चन से भी ED इस मामले में पूछताछ कर चुकी है।
बताते चलें कि साल 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड पर एक कंपनी में ऐश्वर्या राय को डायरेक्टर बनाया गया था। ऐश्वर्या के माता, पिता और भाई को भी कंपनी में जगह दी गयी थी, बाद के दिनों में वो कंपनी ही बंद कर दी गई थी।
भारत में पनामा पेपर्स लीक मामले की जांच ED कर रही है। हालांकि लिस्ट में नाम आने के बाद अभिनेता अमिताभ बच्चन ने कहा था कि इस पेपर लीक में अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय समेत कई दिग्ग्ज भारतीय हस्तियों के नाम थे।
सभी लोगों पर टैक्स धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। इस मामले में नाम सामने आने के बाद अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने भारतीय नियमों के तहत ही विदेश में धन भेजा है। उन्होंने Panama Papers में सामने आई कंपनियों से भी किसी तरह का संबंध होने से भी साफ इनकार किया था।
Panama Papers में हरीश साल्वे और सचिन तेंदुलकर सहित 500 लोगों का नाम है
Panama Papers बताते हैं कि किस तरह से पैसे वाले लोग ऐसी जगह पर अपना पैसा लगाते है जहां उन्हें टैक्स देने की जरूरत ही नहीं होती है। खबरों के अनुसार इस लिस्ट में 143 राजनेताओं के नाम शामिल थे। भारत से 500 लोगों के नाम इस लिस्ट में थे।
उनमें से 300 नामों की पुष्टि भी की जा चुकी है। बाकी नामों में अभिनेता अजय देवगन और भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या और कुख्यात अपराधी इकबाल मिर्ची का भी नाम था।
यही नहीं इसमें भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे के साथ डीएलएफ के पूर्व सीईओ कुशल पाल सिंह, इंडियाबुल्स के समीर गहलोत और लोक सत्ता पार्टी के दिल्ली ब्रांच के पूर्व प्रमुख अनुराग केजरीवाल के साथ भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर का नाम का भी नाम शामिल है। प्रवर्तन निदेशालय Panama Papers केस की जांच 2016 से ही कर रहा है, जब से यह दस्तावेज वैश्विक स्तर पर सामने आए थे।
क्या है Panama Papers?
Panama Papers एक तरह से दस्तावेज है, जिसमें पूरे दुनिया भर में हुए भ्रष्टाचार का उल्लेख है यह दस्तावेज पनामा जो कि उत्तरी व दक्षिणी अमरीका को भू-मार्ग से जोड़ने वाला एक देश है की एक कानूनी कंपनी ‘मोसेक फोसेका के सर्वर को वर्ष 2013 में हैक करके निकाला गया था।
इसके तहत आरोप है कि ‘मोसेक फोसेका’ ने कई देशों के लोगों को गैर कानूनी रूप से टैक्स बचाने में मदद की थी। साथ ही इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कंपनी के माध्यम से काफी मात्रा में काले धन को सफ़ेद किया गया था। Panama Papers का यह मामला तब खुला जब साल 2015 में पनामा की एक कंपनी मोस्सैक फोंसेका के 1.15 करोड़ से ज्यादा कानूनी दस्तावेज लीक हो गए थे।
Panama Papers को ‘मोस्सैक फोंसेका पेपर्स’ भी कहते हैं
Panama Papers के दस्तावेज में साल 1977 से लेकर 2015 के आखिर तक की जानकारी होने का दावा किया गया था। भारत की ओर से समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस ने इस मामले में खुलासा किया था। पनामा सरकार को इस दस्तावेज में पनामा का नाम शामिल करने लेकर कड़ी आपत्ति थी, इसीलिए कई मीडिया हाउस इसे ‘मोस्सैक फोंसेका पेपर्स’ भी कहते हैं।
Panama Papers लीक मामले में बुरे फंसे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की कुर्सी तक इस मामले के उजागर होने से चली गई थी। Panama Papers में नवाज शरीफ के अलावा उनकी बेटी मरियम नवाज का नाम भी शामिल है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस विषय को चुनावी मुद्दा बनाया और सेना ने भी इमरान खान का साथ दिया। जिसके कारण आम चुनाव में नवाज शरीफ को जनता ने खारिज कर दिया। इमरान खान ने आरोप लगाया गया था कि उन्होंने पूर्व पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ पनामा पेपर्स केस वापस लेने के लिए शाहबाज शरीफ की ओर से 1,000 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। इसके बाद पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें बेईमान घोषित कर दिया था।
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