प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुक्रवार को Agricultural Bill की वापसी के साथ किसानों का एक साल से चला आ रहा कृषि आंदोलन अब खत्म होने की कगार पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मदी की घोषणा को जहां सत्ता पक्ष त्याग से जोड़कर देख रही है वहीं विपक्ष अपने तरीके से इस फैसला का मुल्यांकन कर रहा है। पीएम द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले ुर विपक्षी दल एकदम सधी हुई टिप्पणी कर रहे हैं।
आज पूरा देश किसान बिल वापसी पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है
वहीं साथ ही विपक्ष के कुछ ऐसे भी नेता हैं जो अपने अंदाज में इस पूरी घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आज देश का हर समाचार पत्र, टीवी मीडिया और साथ ही साथ सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर तरह तरह के रिएक्शन आ रहे हैं।

इस मामले में शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए तगड़ा तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि बैल कितना भी अड़ियल क्यों न हो, किसान अपना खेत जुतवा ही लेता है। जय जवान जय किसान!!’
शिवसेना के सांसद संजय राउत अक्सर अपने तीखे, चुटिले और व्यंग भरे बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों किसान कानून की वापसी के फौरन बाद संय राउत ने एक और ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वो किसान नेता राकेश टिकैत के साथ दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने तस्वीर के साथ लिखा कि टैक्टर और जेसीबी का साथ, कृषि कानून हुआ साफ।
लूम हो कि देशभर के किसान पिछले एक साल से दिल्ली के आसपास गाजीपुर और सिघु बार्डर पर मोदी सरकार के द्वारा लाये गये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस मामले में पश्चिमी उप्र से भारतीय किसान यूनियन औऱ उसके नेता राकेश टिकैट ने आंदोलन को सफल बनाने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई है।
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