Sadhguru Jaggi Vasudev ने दीपावली पर बढ़ते हुए प्रदूषण को रोकने के लिए एक अजीब सा नुस्खा बताया है। सद्गुरु ने इस बात को खारिज कर दिया है कि बच्चों के पटाखे छोड़ने से Air Pollution होता है।
इस मामले में जग्गी वासुदेव ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘वायु प्रदूषण की चिंता कोई ऐसा कारण नहीं है कि जिसके कारण बच्चों को पटाखे फोड़ने की खुशी से वंचित किया जाए। अगर आप उनके लिए कुछ करना चाहते हैं तो तीन दिन पैदल अपने ऑफिस जाएं और बच्चों को पटाखों का आनंद लेने दें।’
सदगुरु ने दीवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संकट के समय में, जो आपको अंधेरे में ढकेल सकता है, आनंद, प्रेम और चेतना से चमक उठना महत्वपूर्ण है। इस दीवाली पर अपनी मानवता को अपनी पूरी गरिमा में उजागर कीजिए। सभी को प्रेम और आशीर्वाद।’
सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध को सही नहीं माना
मालूम हो कि इससे पूर्व बीते सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में कहा था कि पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना संभव नहीं है। इसके साथ ही कोर्ट ने कोलकाता हाईकोर्ट के पटाखों के पूर्ण प्रतिबंध वाले फैसले को कठोर कहा था।
इस मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि सरकार को पटाखों में उपयोग होने वाले हानिकारक केमिकल्स पर कड़ाई से रोक लगाना चाहिए, पूर्ण प्रतिबंध इसका सही उपाय नहीं है।
वहीं बढ़ते प्रदूषण पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की सख्ती और सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारण बाजार से पटाखे गायब हैं। एक सर्वेक्षण के मुताबिक लगभग 42 फीसदी परिवार दीवाली पटाखे पर लगे प्रतिबंध के पक्ष में हैं, वहीं 53 फीसदी परिवार इस मामले में किसी भी तरह के प्रतिबंध के खिलाफ हैं।
पटाखों को लेकर Supreme Court सख्त, केन्द्र और राज्य सरकारों पर जताई कड़ी नाराजगी