उत्तरप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल नंदी मुश्किलों में घिरते दिख रहे हैं। यूपी में योगी सरकार के शपथ ग्रहण को अभी एक महीना भी नहीं हुआ लेकिन योगी सरकार के नन्द गोपाल नंदी पर इलाहाबाद की विशेष अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। नंदी पर यह वारंट उस आरोप के बाद निकला है जिसमे उनके द्वारा दिया गया चेक बाउंस हो गया था। इसके अलावा उनपर कोर्ट की अवमानना का भी आरोप है।
नंदी पर आरोप है कि उन्होंने व्यापारी अमर वैश्य से सीमेंट ख़रीदा था। जिसके एवज में डेढ़ लाख रुपये का चेक नंदी ने वैश्य को दिया था। जब इस चेक को बैंक में जमा किया गया तो चेक में भरी गई रकम अकाउंट में थी ही नहीं। इस प्रकार चेक बाउंस हो गया। जिसके बाद बैंक ने व्यापारी को ही गलत ठहराते हुए कहा था कि वैश्य नंदी जैसे बड़े नेता के एकाउंट से ठगी करना चाहते हैं। इसके बाद अमर वैश्य ने कोर्ट में अपील दायर करते हुए सुनवाई की अपील की थी। इस मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मंत्री बने नंदी को कल कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया था लेकिन वह नहीं आये। इसके बाद कोर्ट ने नंदी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। ऐसे में अब देखना है कि वह कोर्ट में खुद पेश होंगे या उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट पहुँचाया जाएगा?
गौरतलब है कि नन्द गोपाल नंदी की पहचान एक दिग्गज नेता की है। वर्तमान की योगी सरकार में स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन और नागरिक उड्डयन विभाग का कैबिनेट मंत्री बनने से पहले वह मायावती सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। इस साल हुए विधानसभा चुनावों से पहले वह कांग्रेस में थे। यूपी चुनाव के ठीक पहले उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था। बीजेपी के टिकट पर ही वह इलाहाबाद दक्षिणी सीट से विधायक चुने गए हैं।