Yasin Malik: एनआईए कोर्ट ने आतंकी फंडिंग मामले में यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यासिन को दोषी ठहराए जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। वह दुनिया के सामने यासीन को सियासी कैदी बता रहा है। अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने सोशल मीडिया पर लिखा, “दुनिया को जम्मू और कश्मीर में सियासी कैदियों के साथ भारत सरकार के रवैये पर ध्यान देना चाहिए। प्रमुख कश्मीरी नेता यासीन मलिक को फर्जी आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराना भारत के मानवाधिकारों के उल्लंघन की आलोचना करने वाली आवाजों को चुप कराने की कोशिश है। मोदी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए।”

Yasin Malik के समर्थन में शाहिद अफरीदी ने किया ट्वीट
वहीं पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर और कप्तान शाहिद अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे पर अपने ट्वीट से एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है। बुधवार को अफरीदी ने कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक के समर्थन में सामने आए हैं। दरअसल, आज दिल्ली के एनआईए कोर्ट ने आतंकी फंडिंग मामले में दोषी यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा सुनाई है। साथ ही 10 लाख रुपये जुर्माना भी लगाया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहले दिन में मलिक के लिए मौत की सजा की मांग की थी।
अफरीदी ने ट्वीट किया कि भारत के मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ आलोचनात्मक आवाज़ों को चुप कराने के निरंतर प्रयास निरर्थक हैं। यासीन मलिक के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप, कश्मीर की आजादी के संघर्ष को रोक नहीं पाएंगे।

क्रिकेटर अमित मिश्रा ने दिया करारा जवाब
अफरीदी के ट्वीट के तुरंत बाद, भारतीय क्रिकेटर अमित मिश्रा ने उनकी टिप्पणियों के लिए उन्हें फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अफरीदी को अपनी जन्मतिथि की तरह ही लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए। मिश्रा ने अपने ट्विटर पर लिखा, “प्रिय शाहिद अफरीदी उन्होंने खुद अदालत में गुनाह कबूल किया है। सब कुछ आपकी जन्मतिथि की तरह भ्रामक नहीं है।
हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा Yasin Malik का नाम
बताते चलें कि जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक पर एनआईए ने 2016 में हिंसक विरोध प्रदर्शन करने का आरोप लगाया था जिसमें पथराव के 89 मामले दर्ज किए गए थे। एजेंसी ने दावा किया कि मलिक के घर पर छापा मारा गया और उन्हें हिजबुल मुजाहिदीन के लेटरहेड की एक प्रति मिली और उसे जब्त कर लिया। इसने यह भी दावा किया कि विभिन्न आतंकवादी संगठनों द्वारा हस्ताक्षरित लेटरहेड ने घाटी में फुटबॉल टूर्नामेंट का समर्थन करने वाले लोगों को खेल के आयोजकों से खुद को अलग करने और स्वतंत्रता संग्राम के प्रति वफादारी दिखाने की चेतावनी दी थी।
संबंधित खबरें…
- Terror Funding Case: JKLF चीफ Yasin Malik को उम्र कैद, जानें किस जुर्म के लिए मिली कितनी सजा
- जम्मू- कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ Yasin Malik को उम्र कैद की सजा
- The Kashmir Files: कश्मीरी पंडितों को पलायन पर मजबूर करने वाले Yasin Malik और Bitta Karate कौन हैं? जानिए सबकुछ