इज़राइल क्लैलिट रिसर्च इंस्टीट्यूट ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के सहयोग से शोध किया, जिसके रिपोर्ट के मुताबिक कोविड -19 के खिलाफ फाइजर और बायोएनटेक वैक्सीन की तीसरी खुराक की प्रभावशीलता की जांच की, जिसके मुताबिक तीसरा डोज कोरोना पर अधिक प्रभावी पाया गया। बता दें कि कई अन्य टीकों की तरह फाइजर और बायोएनटेक दो खुराक में दिया जा रहा है।
तीसरा खुराक कोरोना पर अधिक प्रभावी
अध्ययन में 728,321 व्यक्तियों पर डेटा की जांच की, जिसके मुताबिक तीसरा खुराक कोरोना पर अधिक प्रभावी पाया गया, उनके मुकाबले जिन्होंने दो डोज ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 के गंभीर मामलों में भी अस्पताल में भर्ती होने में 93% की कमी आई, गंभीर कोविड-19 बीमारी में 92% की कमी पाई गई, वहीं कोविड-19 से संबंधित मौतों में 81% तक की कमी आई।
बता कि अध्ययन अवधि के दौरान इज़राइल में डेल्टा (बी.1.617.2) वैरिएंट का प्रकोप था, 30 जुलाई और 23 सितंबर, 2021 के बीच इज़राइल कोरोनावायरस संक्रमण की चौथी लहर के चपेट में था।
क्लैलिट रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक बयान में कहा, अध्ययन से पता चलता है कि कम से कम 5 महीने पहले दो वैक्सीन खुराक प्राप्त करने वाले व्यक्तियों की तुलना में तीसरी वैक्सीन खुराक गंभीर कोविड -19 से संबंधित परिणामों को कम करने में प्रभावी है।
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