Russia -Ukrain Conflict : संयुक्त राष्ट्र संघ में सुरक्षा परिषद की बैठक गुरुवार को हुई। इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन का कहना था कि पिछले कई माह से चल रह विवाद इस परिषद के प्रत्येक सदस्य और दुनिया के सभी देशों को सीधे प्रभावित कर रहा है। अमेरिका का कहना था, कि रूस यूक्रेन पर हमला न करने की घोषणा करे और अपने सैनिकों को वापस बुलाए। युद्ध की बजाय अपने राजनयिकों के माध्यम से सीधे कूटनीतिक वार्ता पर सामने आए।

Russia -Ukrain Conflict : रूस बोला ” पश्चिम देश का एकमात्र लक्ष्य युद्ध”
रूस ने यूएनएससी में जवाब देते हुए कहा कि यूक्रेन के उपराष्ट्रपति की ओर से घोषणा की गई थी, कि डोनबास की विशेष स्थिति पर कोई नया कानून नहीं होगा, इसलिए कोई प्रत्यक्ष समझौते की बात नहीं होती। उन्होंने मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए पश्चिम देश की तरफ से कोई दबाव नहीं होने की बात भी कही। रूस की ओर से कहा गया कि पश्चिम देश का एकमात्र लक्ष्य युद्ध करना है, अगर ऐसा नहीं होता, तो यूक्रेन की कठपुतली सरकार बहुत पहले ही मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए मजबूर हो जाती।
Russia -Ukrain Conflict : भारत बोला शांति से समस्या का समाधान निकालें
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में भारतीय प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने इस मसले को शांति के जरिये हल करने पर जोर दिया। भारतीय प्रतिनिधि का कहना था, कि संकट के वक्त शांत और मजबूत कूटनीति की सख्त जरूरत है। सभी पक्षों का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखने पर होना चाहिए। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत इस तनातनी को कम करने के लिए ‘मिंस्क एग्रीमेंट’ का समर्थन करता है। हम सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। भारतीय प्रतिनिधि ने इस बात पर जोर देते हुए कहा, कि 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
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