Rishi Sunak: ब्रिटेन (Britain) के अगले प्रधानमंत्री पद के लिए लिज ट्रस (Liz Truss) और ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक अगर जीत जाते हैं तो यह पहली बार होगा जब हिंदू धर्म से, भारत और पूर्वी अफ्रीका से आए परिवार से कोई दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की कमांड लेगा। ब्रिटेन के पीएम की रेस में स्विंग वोटर्स के बीच ऋषि सुनक ज्यादा लोकप्रिय हैं।

Rishi Sunak ने टैक्स रेट कम करने पर कही ये बात
बता दें कि सुनक कभी लुभाने वाली पॉलिसी को फॉलो नहीं करते हैं लेकिन 29 जुलाई को सुनक ने अपनी नीति में बदलाव करते हुए एनर्जी बिल पर लगने वाले वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) को खत्म करने का वादा कर दिया था। वहीं अब उन्होंने साल 2029 तक इनकम टैक्स के बेसिक रेट को 20% तक कम करने का वादा किया है। एक टीवी डिबेट में लिज ट्रस ने कहा था कि PM बनने पर वे टैक्स रेट कम करेंगी।
इस डिबेट के बाद से ट्रस को बढ़त मिल गई। जिसके बाद अब कहा जा रहा है कि इसलिए ऋषि सुनक 20% तक इनकम टैक्स के बेसिक रेट कम करने की बात कह रहे हैं। 20% कटौती का वादा करते हुए सुनक ने कहा कि उनका फोकस महंगाई कम करने पर है। उनका मानना है कि इकोनॉमी को लेकर सावधानी बरतना जरूरी है।

दो साल पहले ऋषि सुनक को वित्त मंत्री बनाया गया था
बता दें कि इस प्रधानमंत्री पद की इस रेस में खास बात यह है कि दो साल पहले पीएम बोरिस जॉनसन ने जिस शख्स को वित्त मंत्रालय का पदभार सौंपा था वो अब खुद देश के प्रधानमंत्री जैसे अहम पद का दावेदार है। फरवरी 2020 में वो वित्त मंत्री बने थे। ऋषि सुनक के चाहने वाले बड़ी संख्या में है। साल 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन के समय सुनक हर किसी की नजर में आने लगे। सुनक वर्क फ्रॉम होम की अपनी फोटो ट्वीट की। जिसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया था। इस फोटो के बाद ट्विटर पर #DishyRishi ट्रेंड शुरू हो गया। ये नया हैशटैग नहीं था। उसके बाद ब्रिटिश मीडिया में सुनक ही सुनक नजर आने लगे थे।

7 जुलाई को बोरिस जॉनसन ने दे दिया था इस्तीफा
7 जुलाई को ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद से PM पद खाली है। 5 सितंबर को पार्टी के करीब 2 लाख सदस्य वोट करेंगे। इसके बाद तय होगा कि ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।
संबंधित खबरें:
कौन हैं ऋषि सुनक जो ब्रिटेन के बन सकते हैं पीएम?
ब्रिटिश PM की रेस में Rishi Sunak आगे, पहले चरण की वोटिंग में बढ़त,पीएम पद की दावेदारी हुई और मजबूत